पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक साल के लंबे अंतराल के बाद देश की राजनीति में वापसी की तैयारी कर रहे हैं। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने उन्हें इमरान खान सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने के मकसद से रविवार को आयोजित विपक्ष-नीत बहुदलीय डिजिटल सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिये आमंत्रित किया।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के प्रमुख शरीफ (70) को पिछले साल लाहौर उच्च न्यायालय ने इलाज के वास्ते चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद वह नवंबर से ही लंदन में रह रहे हैं। पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद मोहम्मद सफदर को छह जुलाई 2018 को एवनफील्ड संपत्ति मामले में दोषी करार दिया गया था।
सात साल की सजा लेकिन जमानत पर रिहाः
शरीफ को 2017 में अपदस्थ कर दिया गया था। दिसंबर 2018 में उन्हें अल अजीजिया इस्पात मिल मामले में सात साल के कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि उन्हें दोनों ही मामलों में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। साथ ही उन्हें इलाज के लिये लंदन जाने की भी अनुमति दे दी गई थी। शरीफ के अधिवक्ता के अनुसार उन्हें आठ सप्ताह में वापस लौटने के लिये कहा गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के चलते वह ऐसा नहीं कर सके।
मरियम ने निमंत्रण पर धन्यवाद कहाः
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष जरदारी ने शुक्रवार को फोन पर शरीफ से बातचीत की थी और उन्हें रविवार को डिजिटल माध्यम से आयोजित विपक्ष नीत बहुदलीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। शरीफ की राजनीतिक उत्तराधिकारी और उनकी बेटी मरियम ने निमंत्रण के लिए जरदारी को धन्यवाद दिया। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करने की रणनीति बनाई जाएगी। विपक्षी दलों का कहना है कि खान सरकार महंगाई और गरीबी जैसे मुद्दों से निपटने में नाकाम रही है।