इस्लामाबाद। पाकिस्तान की जनता पर महंगाई की मार बढ़ती जा रही है। देश में लगातार पांचवें सप्ताह महंगाई में वृद्धि दर्ज की गई है। सांख्यिकी ब्यूरो के ताजा आंकड़े के अनुसार, चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में संवेदनशील मूल्य सूचकांक में 0.67 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इस बीच बिजली भी महंगी कर दी गई। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली के मूल्य में 1.68 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है। एक दिन पहले ही पेट्रोल आठ रुपये प्रति लीटर महंगा किया गया था। इससे पेट्रोल 146 रुपये प्रति लीटर हो गया है। जबकि चीनी 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है।
समाचारपत्र के अनुसार, देश में बढ़ती महंगाई के बीच राष्ट्रीय विद्युत ऊर्जा नियामक ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट बिजली के मूल्य में 1.68 रुपये की वृद्धि कर दी है। देश में खाद्य पदार्थो की कीमतों में भी वृद्धि का दौर जारी है। बीते सप्ताह के दौरान 51 वस्तुओं में से 28 के मूल्य में वृद्धि हुई, जबकि 20 वस्तुओं की कीमत स्थिर रही।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने पेट्रोल के दाम बढ़ाए जाने को लेकर इमरान सरकार की आलोचना की और कहा कि महंगाई से लोग त्रस्त हैं। जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने महंगाई को लेकर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। पीएमएल-एन अध्यक्ष ने पीपीपी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी से फोन पर बातचीत की और संसद में महंगाई के मुद्दे पर इमरान सरकार को घेरने के लिए संयुक्त रणनीति बनाने का सुझाव दिया।
पाकिस्तान में चीनी 150 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही है, जबकि पेट्रोल के दाम 146 रुपये प्रति लीटर है। इमरान खान सरकार ने पिछले गुरुवार को पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर 8.14 रुपये प्रति की वृद्धि की थी। सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा है कि सरकार ने एक और पेट्रोल बम फोड़ दिया है।