बस्ती। सरकार परिषदीय विद्यालयों को पटरी पर लाने के लिए तमाम कवायद कर रही है। पठन-पाठन पर सख्ती के अलावा स्कूूलों में शिक्षकों की मौजूदगी पर भी उसकी नजर है, मगर जिम्मेदारों की लापरवाही जारी है। यह बुधवार को अर्धवार्षिक परीक्षा में उजागर हुआ जब परिषदीय विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक की हिंदी विषय का प्रश्नपत्र बच्चों को सामने आया। इसमें तमाम ऐसे सवाल थे, जिसका अर्थ खोजना मुश्किल रहा। कक्षा आठ और सात की परीक्षा में कक्षा छह के प्रश्न चर्चा का विषय है। ऐसे में कक्षा आठ की हिंदी की परीक्षा निरस्त कर दी गई है।
जिले में 1745 प्राथमिक विद्यालय और 639 जूनियर हाईस्कूल में बुधवार को अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हुई। ये परीक्षा 23 अक्तूबर तक चलेगी। जूनियर विद्यालयों में पहले हिंदी और पर्यावरण की परीक्षा हुई, जबकि प्राथमिक विद्यालयों में हिंदी विषय की परीक्षा हुई। जूनियर विद्यालयों में प्रथम पाली सुबह 9:30 से 11:30 और द्वितीय पाली 12:30 से 2:30 तक हुआ। परीक्षा संपन्न कराने के लिए सभी प्रधानाध्यापकों को सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन प्रश्न पत्र मे गलत प्रशन पूछे जाने के कारण पुन: परीक्षा कराई जाएगी। बीएसए अरुण कुमार ने कहा कि कुछ ब्लॉक क्षेत्रों के विद्यालय में हिंदी के प्रश्न पत्र में गलत प्रश्न पत्र होने के कारण उन विद्यालयों में पुन: परीक्षा कराई जाएगी। 17 को महिलाओं का करवा चौथ पड़ने के कारण वह परीक्षा 23 अक्तूबर को होगी।