पश्चिम बंगाल । पश्चिम बंगाल सरकार ने घोषणा की कि राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान 20 सितंबर तक बंद रहेंगे। राज्य स्कूल-कॉलेज सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों को खोलने की अनुमति फिलहाल नहीं दी जाएगी। सरकार ने यह घोषणा 31 अगस्त को अनलॉक 3.0 खत्म होने के पहले ही कर दी है। यह फैसला उस दिन आया है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने NEET और JEE परीक्षाओं के संचालन के केंद्र के फैसले पर अपना विरोध दोहराया था। सीएम ने हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बैठक में कोरोना काल में नीट और जेईई मेन की परीक्षाओं को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया था। इसके साथ ही राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अन्य राज्यों को भी इस मुद्दे के बारे में उच्चतम न्यायालय में अपील दायर करने का सुझाव दिया है।
हालांकि कई राजनेता पहले ही इन दोनों परीक्षाओं के सितंबर में आयोजित कराने का विरोध दर्ज करा चुके हैं। लेकिन इसके बावजूद राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने हाल ही में स्पष्ट कर दिया था कि सुप्रीम कोर्ट से परीक्षाओं की अनुमति मिलने के बाद NEET और JEE 2020 परीक्षा की तारीखों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। परीक्षाएं अपने तय शेड्यूल पर ही होगी।
वहीं अगर नीट और जेईई मेन परीक्षाओं के विरोध की बात करें तो देश भर में इसके खिलाफ आवाज बुलंद हो रही है। छात्र और अभिभावकों समेत अब राजनेता इसको लेकर विरोध दर्ज करा चुके हैं। इनमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई राजनेता शामिल हैं। इन सभी नेताओं का कहना है कि सितंबर के महीने में केंद्र सरकार को परीक्षा टाल दी जानी चाहिए। वहींं हाल ही में आईआईटी के निदेशक ने अपना पक्ष रखा था। उन्होंने कहा था कि अब परीक्षाएंं टालने के गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर लग जाएगा।