लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पतंगबाजी के चलते लगातार हादसे होते रहते हैं जिसमें चाइनीस मंजे से बांधकर उड़ाई जा रही पतंग या फिर लोहे का तार से बाँध कर पतंग उड़ा रहे लोग इसके लिए ज़िम्मेदार होते हैं। ताजे मामले में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला बृहस्पतिवार को थाना सहादतगंज क्षेत्र के करीमगंज में लोहे का तार बांधकर उड़ाई जा रही पतंग को लूटने के चक्कर मे दो मासूम बच्चे तेज़ करंट लगने से घायल हो गए।
स्थानीय लोगो ने बताया कि जिसमें एक बच्चे का अंगूठा मौके पर ही हड्डी के ज़रिए लटक गया तथा दूसरे बच्चे की हालत गंभीर होने पर उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां से डाक्टरों ने उसे जवाब दे दिया जिसके बाद उसे ट्रामा सेंटर लेकर जाया गया जहाँ उस बच्चे की भी हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है। पूरा मामला थाना सहादतगंज क्षेत्र के करीमगंज का है जहां पर बृहस्पतिवार को दो बच्चे कटी हुई पतंग लूटने के लिए दौड़े पतंग लूटने के दौरान कटी हुई पतंग बिजली के तारों पर जा गिरी और उसमें बंधे हुए तार में करंट उतर आया। बच्चे द्वारा उस पतंग को पकड़ने के बाद करंट लगने से एक का अंगूठे की खाल साफ हो गए और हड्डी के ज़रिए लटका रहा।
घायल हुए बच्चों में सोनू का 11 वर्षीय पुत्र कलीम है तथा दूसरा 9 वर्षीय बच्चा तैयब का पुत्र मोनिस है। अक्सर देखने मे आता है कि सड़क पर मोटरसाइकिल से जा रहे वाहन सवारों के लिए यह पतंगें दुर्घटना का कारण बन जाती है। कई मोटरसाइकिल सवार चाइनीज मंझे से उड़ रही पतंग के द्वारा घायल होकर मोटरसाइकिल लेकर गिर भी गए जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुए तथा कुछ समय पर ऐसे हादसे भी सामने आए हैं जिसमें चाइनीस मंझे से
मोटरसाइकिल सवार की गर्दन इतनी अधिक कट गई कि उसको ट्रामा सेंटर में एडमिट कराना पड़ा। वहीं तार बांधकर उड़ाई जा रही पतंगे अक्सर बिजली के तार पर गिरकर पूरे इलाके की बिजली ही उड़ा देती हैं तो कभी ट्रांसफार्मर फुकने का भी सबब बन जाती है। हालांकि राजधानी लखनऊ में पहले से ही पतंग का तार और चाइनीज़ मांझा बेचने पर और तार बांधकर या चाइनीस मंझा बांधकर पतंग उड़ाने पर पाबंदी है। किंतु पुलिस द्वारा चाइनीस मंझा या पतंग का तार बेचने वालों पर किसी तरह कार्रवाई नही की जाती है और ना ही पुराने लखनऊ में बड़े पैमाने पर जो लोग खुलेआम घर की छतों से या सड़क किनारे खड़े हो कर ऐसी पतंगे उड़ाते हैं उन पर ही किसी प्रकार की कार्रवाई की जाती है।