बिहार की राजधानी पटना में हिरासत में पकड़े गए आरोपी धर्मेंद्र माझी की मौत के बाद रविवार की सुबह परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लामबंद होकर ग्रामीण हाईवे पर उतर पड़े। इसके बाद टायर जलाकर आगजनी की और हाईवे जाम कर दिया। यही नहीं आक्रोशित लोगों ने गौरीचक थाने का घेराव कर रोड़ेबाजी की।
इसके चलते थाना परिसर में खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिसकर्मी जगह जगह छिप गये। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की फोर्स और आरएफ के जवानों को मुस्तैद किया गया है। एसएसपी उपेंद्र शर्मा दलबल के साथ मौके पर पहुंचे हैं। परिजनों का कहना था कि पुलिस की पिटाई से धर्मेंद्र माझी की मौत हुई है। ऐसे में दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की जाए और परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता राशि मुहैया कराएं।