लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी व कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने गाजियाबाद में पत्रकार की गोली मारकर हत्या की निंदा की है। बुधवार को जारी एक संयुक्त बयान में कांग्रेस नेताओं ने कहा, पत्रकार विक्रम जोषी की निर्मम हत्या उस समय कर दी गयी, जब वह अपनी बहन के यहाॅ कार्यक्रम मेें गये थे। उनका कुसूर इतना था कि उन्होंने अपनी भांॅजी के साथ हुई छेड़खानी की रिपोर्ट पुलिस में कर दी थी। नतीजा यह हुआ कि बीच सड़क पर दो मासूस बेटियों के सामने उनकी हत्या कर दी गयी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह घटना इस बात की बानगी है कि यूपी में आज अपराधियों के हौसले किस हद तक बुलंद हैं। इस घटना के वीडियो ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया है। इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती कि उन बेटियों पर क्या गुजरी होगी? इसलिए आज सभी के सभी के जागने का और न्याय व इंसाफ की आवाज उठाने का समय है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर यह ‘करारा तमाचा’ है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि क्या यही मोदी और योगी का ‘रामराज’ है। लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ पत्रकार की बीच सड़क पर अराजक तत्वों द्वारा निर्मम हत्या प्रदेश की गिरती कानून व्यवस्था का परिचायक है। समय आ गया है कि सभी लोग जागें। कलम के सिपाही भी खड़े हों, और पत्रकार विक्रम जोषी को न्याय दिलाएं। कहा है कि पत्रकार हत्याकाण्ड की निष्पक्ष जाँच किसी स्वतंत्र एजेंसी से करायी जाए। पत्रकार के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाय। श्री जोशी की दोनों बेटियों को निःशुल्क शिक्षा दिलायी जाय। दोनों पुत्रियों की सरकारी नौकरी सुनिश्चित की जाय। कांग्रेस नेताओं ने इस घटना पर सीएम योगी को भी कुछ बोलने की नसीहत दी है।