जांच रिपोर्ट से पहले ही महिला का किया दाह संस्कार
लखनऊ। राजधानी के फूलबाग में वृद्ध महिला की ब्रेन हेमरेज से मौत के बाद उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। वृद्ध महिला का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन उसकी हालत में जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो परिजन वृद्धा को घर ले गए। जहां उसकी मौत हो गयी। महिला का सैम्पल जांच के लिए निजी लैब भेजा गया था। जहां रविवार की शाम को उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। कोरोना रिपोर्ट के बाद वृद्धा के घर से लेकर निजी अस्पताल तक हड़कंप मच गया।
रिपोर्ट के मिलने के बाद आनन- फानन में निजी अस्पताल को सैनिटाइज करने के लिए 24 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। सीएमओ कार्यालय के मुताबिक मृतक वृद्धा के घर के सभी लोगों को क्वारेंटाइन में रहने की सलाह देते हुए नमूने लिए गए हैं। पीड़ित वृद्धा की मौत के बाद कुछ लापरवाही भी देखने को मिली है। महिला का सैम्पल जांच के लिए भेजा गया था। लेकिन जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार नहीं किया गया। महिला का दाह संस्कार कर दिया गया।
कैसरबाग के हॉटस्पॉट इलाके में शामिल फूलबाग की रहने वाली वृद्धा (75) को दो दिन पहले ब्रेन हेमरेज हुआ था। घरवालों ने महिला को गोलागंज के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उसे अस्पताल के होल्डिंग एरिया में रखा और कोरोना की जांच कराना बेहतर समझा। महिला का नमूना निजी पैथालॉजी भेजा गया।
अस्पताल संचालक के मुताबिक रिपोर्ट आने में देरी होने पर परिजन महिला को घर ले जाने की बात कर रहे थे। महिला की हालत गंभीर होने के बावजूद वह मरीज की फाइल पर लामा (अपनी स्वेच्छा से) लिखवाकर शनिवार को घर ले गए। बताया जा रहा है कि घर पर ही कुछ देर बाद महिला की मौत हो गयी। कोरोना की रिपोर्ट का इंतजार किए बगैर ही घरवालों नें आनन-फानन में वृद्धा के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि अंतिम संस्कार में परिजनों में कोरोना का खौफ दिखायी दिया और 20 लोगों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
रविवार की देर शाम महिला की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी जिसके बाद घर वालों के हो उड़ गए। रिपोर्ट की जानकारी निजी चिकित्सालय को भी मिली जिसके बाद सीएमओ के निर्देश पर निजी अस्पताल को सैनिटाइज करने के लिए बंद कर दिया गया तथा अस्पताल कर्मचारियों व डाक्टरों को क्वारेंटाइन कर दिया गया।
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि निजी लैब की रिपोर्ट में वृद्धा कोरोना पॉजिटिव पायी गयी है। परिजनों के साथ अंतिम संस्कार में शामिल सभी लोगों की सूची तैयार कर उन्हें क्वारेंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है।