नई दिल्ली । ईस्ट दिल्ली हब की नींव रखने के बहाने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली विधानसभा चुनाव अभियान को गति और कार्यकर्ताओं को दिशा दे गए। कार्यकर्ताओं के सामने स्पष्ट संदेश आ गया है कि किन हालातों में दिल्ली के विकास की गाथा लिखी जा रही है। कहां और किस तरह रोड़ा अटकाया जा रहा है और विपक्ष को किस तरीके से घेरना है।
अमित शाह ने जहां आम आदमी पार्टी व कांग्रेस की कार्य संस्कृति के बारे में बताया वहीं उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार किस तरह दिल्ली के विकास की योजनाओं में रोड़े अटका रही है। अगर ऐसा होता तो सिर्फ केंद्रीय योजनाओं से ही दिल्ली की तस्वीर बदल चुकी होती। श्रेय लेने के चक्कर में प्रधानमंत्री आवास योजना लागू नहीं हुई। भाजपा को चुनाव अभियान चलाने के लिए कई जुमले भी दिए कि नहीं चाहिए तीन महीने की विज्ञापन सरकार, चाहिए 60 महीनों की सरकार। उन्होंने जहां एक तरफ उन्होंने सिखों के दर्द को समेटा वहीं पूर्वांचलवासियों को भी साधा। पांच साल बाद कालिंदी कुंज घाट का बेजोड़ नजारा होगा और यहां अत्याधुनिक छठ घाट भी बनेगा। अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों को लेकर प्रधानमंत्री के दर्द को भी उन्होंने विस्तार से साझा किया और इसे लेकर प्रदेश सरकार व पिछली केंद्र सरकारों की नीयत के बारे में भी बताया।
उन्होंने दिल्ली के विकास की कई योजनाओं का भी विस्तार से जिक्र किया, जिसमें रैपिड रेल, मेट्रो विस्तार का भी जिक्र था। शाह ने कहा कि दिल्ली के विकास को तभी गति मिल सकती है जब यहां भाजपा की सरकार हो।
केजरीवाल को फिर दिया प्रवेश वर्मा से खुले में बहस की चुनौती
अमित शाह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि वह हमारे सांसद प्रवेश वर्मा से खुले में बहस करें। जिससे सरकार की सच्चाई सबके सामने आएगी।
गाजीपुर लैंडफिल साइट के लिए सांसद ने मदद मांगी
इस मौके पर पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने गृहमंत्री से पूर्वी दिल्ली की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक गाजीपुर कूड़े के पहाड़ को खत्म करने के लिए मदद मांगी।