मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी सितम्बर में करने जा रहे ‘स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना’ की शुरुआत, तैयारियों में जुटी सरकार
पीएम मोदी यहां से स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना (पीएम स्वनिधि) की शुरुआत करने जा रहे हैं। सितम्बर में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी इसके पत्र वितरण की शुरूआत मध्य प्रदेश से करेंगे।
मध्यप्रदेश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक नयी सौगात देने जा रहे हैं। पीएम मोदी यहां से स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना (पीएम स्वनिधि) की शुरुआत करने जा रहे हैं। सितम्बर में होने वाले इस कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी इसके पत्र वितरण की शुरूआत मध्य प्रदेश से करेंगे। इसमें मोदी खुद शामिल होंगे। इस योजना में मध्यप्रदेश पूरे देश में नंबर एक पर है।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इस संबंध में गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और उनको आयोजन की तैयारी करने के निर्देश दिए। इसी के साथ उन्होंने इसमें लापरवाही बरतने पर नगर पालिका कैलारस और पथरिया के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया। वहीं काम में लापरवाही बरतने वाले बाकी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिये। पीएम स्वनिधि योजना में 31 अगस्त तक 1 लाख स्ट्रीट वेंडर्स के केस मंजूर करने का लक्ष्य रखा गया है।
काम समय पर नहीं तो बजट अन्य को
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि अब वो हर महीने नगरीय निकायों के काम की समीक्षा करेंगे। मौजूदा स्थिति में अधिकारियों के पास सभी अधिकार हैं। लिहाजा इसमें कोई लापहरवाही नहीं चलेगी। किसी भी स्तर पर काम पेंडिंग नहीं रहना चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना में फर्स्ट फेज पूरा करने पर अगले फेज की राशि जल्द जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर 15 सितम्बर तक जहां काम नहीं होगा वहां का बजट उन नगरीय निकायों को दे दिया जाएगा, जहां अच्छा काम हो रहा है।
अच्छा काम तो मिलेगा इनाम
समीक्षा बैठक में बताया गया कि नगरीय निकायों को स्वच्छ बनाने के लिए मध्य प्रदेश में ‘गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश’ अभियान चल रहा है। इसमें अच्छा काम करने वाले 3 नगरीय निकायों को पुरस्कार भी वितरित करने की तैयारी चल रही है। इन नगरीय निकायों को सीएम शिवराज सिंह के हाथों सम्मानित करवाया जाएगा। स्वच्छता और सावधानी के बारे में मंत्री जी ने कहा कि वो खुद 10 कोरोना संक्रमितों से मिलने के बाद भी सिर्फ मास्क के कारण सुरक्षित हैं। इसलिए ‘मास्क एक-जिंदगी अनेक’ अभियान प्रभावी तरीके से चलाया जाए।