नई दिल्ली । भारत 2020 में चंद्रयान-3 लॉन्च करेगा। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस पर चंद्रयान-2 से कम लागत आएगी। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 को विफल कहना सही नहीं है, क्योंकि इससे हमने बहुत कुछ सीखा है। चंद्रमा की सतह पर पहुंचने का भारत का यह पहला प्रयास था।
दुनिया में कोई देश आज तक अपने पहले प्रयास में चंद्रमा की सतह पर नहीं उतर पाया
दुनिया में कोई देश आज तक अपने पहले प्रयास में चंद्रमा की सतह पर नहीं उतर पाया है। अमेरिका ने कई बार प्रयास किए। हालांकि, हमें उतनी बार कोशिश नहीं करनी प़़डेगी। सिंह ने कहा कि चंद्रयान-2 से मिले आंक़़डों और उपलब्ध बुनियादी ढांचे के चलते चंद्रयान-3 पर कम लागत आएगी।
तीसरा चंद्र मिशन का अभी समय निश्चित नहीं
उन्होंने हालांकि तीसरा चंद्र मिशन किस महीने लॉन्च किया जाएगा, इसके बारे में बताने से इन्कार कर दिया। उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-2 में इसरो ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग की योजना बनाई थी, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई थी।
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) की नियुक्ति के बाद सरकार ने इस दिशा में आगे की प्रक्रिया पर कदम बढ़ा दिया है। मंगलवार को रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामले विभाग के गठन की घोषणा हुई। नवनियुक्त सीडीएस जनरल बिपिन रावत इसके प्रमुख होंगे। सीडीएस के तौर पर जनरल रावत की नियुक्ति पर सोमवार को मुहर लगी थी। जनरल रावत ने मंगलवार को बतौर सेनाध्यक्ष अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया है। बुधवार को नए साल पर वह सीडीएस का पद संभालेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को सैन्य मामले विभाग के गठन को मंजूरी दी। इस बदलाव के बाद रक्षा मंत्रालय के अधीन कुल पांच विभाग हो गए हैं। इनमें रक्षा विभाग, सैन्य मामले विभाग, रक्षा उत्पादन विभाग, रक्षा शोध एवं विकास विभाग और पूर्व-सैनिक कल्याण विभाग शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के अधीन नया सैन्य मामले विभाग सेना की तीनों इकाइयों की खरीद, अधिग्रहण व अन्य प्रक्रियाओं से जुड़े काम देखेगा। साथ ही संयुक्त एवं थिएटर कमान गठन समेत विभिन्न कदमों के जरिये संसाधनों का तर्कसंगत इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए सैन्य कमानों के पुनर्गठन की जिम्मेदारी भी इस विभाग की होगी। यह विभाग तीनों सेनाओं की जरूरतों का एकीकरण करते हुए संयुक्त खरीद, प्रशिक्षण एवं नियुक्ति की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगा। सेनाओं में स्वदेशी को बढ़ावा देना भी विभाग की जिम्मेदारी होगी।