अजमेर. शनिवार को शहर में पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया। यहां 23 साल का युवक संक्रमित मिला है। वह 22 मार्च को पंजाब से घूमकर लौटा था। इसके युवक के घर के आसपास के इलाके को सील कर दिया गया है। वहीं, परिवार के 5 लोगों की भी जांच की जा रही है। इन्हें फिलहाल आइसोलेशन में रखाया गया है। सभी जो जेएलएन के आइसोलेशन में रखा गया है। पॉजिटिव केस आने के बाद जेएलएन अस्पताल को खाल करवा लिया गया है।
3140 लोग होम आइसोलेशन में
पॉजिटिव युवक शहर के क्लॉक टावर थाने क्षेत्र का रहने वाला है। केस सामने आने के बाद यहां एक किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अजमेर में कुल 53 लोगों की रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई। इसमें से 46 की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, 7 की रिपोर्ट आना बाकी है। पूरे शहर में करीब 3140 लोगों को होम आइसोलेट किया गया है।
कोरोनावायरस को देखते हुए विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। चिकित्सा विभाग का सबसे अधिक ध्यान भीलवाड़ा से आने वाले लोगों पर टिकी हुई है। विभाग ने आमजन से अपील की है कि वह आस पड़ोस में रहने वाले संदिग्ध या भीलवाड़ा से आए लोगों की सूचना विभाग को दें। शुक्रवार को गुलाबबाड़ी, धोलाभाटा व ज्ञान विहार क्षेत्र से सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची। ये लोग भीलवाड़ा से आए थे। इन सभी की स्क्रीनिंग करके होम आइसोलेट किया गया है।
जिला प्रशासन ने काेविड-19 महामारी काे देखते हुए अजमेर के मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के बाद अब किशनगढ़ के मारबल सिटी हाॅस्पिटल काे चिकित्सा सेवाओं के लिए अधिग्रहित करने के आदेश दिए हैं। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला कलेक्टर विश्वमाेहन शर्मा ने डिजीज एक्ट और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत अधिग्रहण की कार्रवाई की है। इसके साथ ही किशनगढ़ के रतनलाल पाटनी कम्यूनिटी सेंटर और लवकुश हाेटल काे भी अधिग्रहित किया गया है। इसके अलावा 20 ऐसे हाेटल व धर्मशालाओं की सूची जारी की गई है जहां क्वारैंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे।