प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में शनिवार को 22 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है प्रतापगढ़ के संक्रमित मरीजों को उनके जिले में बनाए गए होम क्वारंटीन सेंटर रखा जाएगा कोटवा-बनी कोविड-19 लेवल-1 हॉस्पिटल नहीं लाया जाएगा। वहीं फतेहपुर के मरीजों को भी प्रतापगढ़ ले जाए जाने की बात कही जा रही है। इस प्रकार प्रतापगढ़ में कोरोना मरीजों की संख्या 39 पहुंच चुकी है।
प्रतापगढ़ के सीएमओ अरविन्द श्रीवास्तव ने 22 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने की पुष्टी की है। उन्होंने बताया कि मुंबई से लौटे श्रमिक और पॉजिटिव मरीज के परिजनों में कोरोना की पुष्टी होने से आंकड़ा बढ़ा है। प्रतापगढ़ जिले में कोरोना मरीजों की संख्या अब तक 39 हो चुकी है, 11 मरीज स्वास्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके है। जबकी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हो चुकी है। बाकी सभी बचे एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है। वहीं पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद इलाके को सील किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन में बरती जा रही नरमी पर प्रशानिक लापरवाही के चलते लगातार जिले में आंकड़े बढ़ रहे है। जिले में एक लाख से अधिक प्रवासी मजदूर दिल्ली, मुंबई, गुजरात से अपने गांव पहुच चुके है। लेकिन ये सभी क्वारंटाइन के बजाय लगातार गांव से लेकर बाजार तक घूम रहे है। शिकायत के बाद ऐसा आरोप है ना तो उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा ना ही उनको बाजारों और गांव में घूमने से पुलिस रोक पा रही है। जिसके चलते जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। शनिवार को 22 कोरोना मरीज कुंडा, सांगीपुर, सदर, रानीगंज और पट्टी इलाके के रहने वाले है। वहीं सबसे अधिक पॉजिटिव केस कुंडा इलाके में मिले है।