नई दिल्ली। कोविड महामारी के बीच भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने नई गाइडलाइन जारी की है। उसने कहा कि प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले प्रोडक्ट बिस्कुट, नमकीन, नमक, पानी और यहां तक कि खाकरा जैसे सभी नियमों के अनुरूप होने चाहिए।
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के प्रवक्ता ने कहा, “हमने एक गाइड नोट जारी किया है, जिसका पालन किया जाना चाहिए और यह हमारी वेबसाइट के कोविड पेज पर है।” कोविड-19 के प्रकोप के दौरान, एफएसएसएआई ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रियाओं की मंजूरी में देरी से बचने के लिए ई-निरीक्षण प्रदान किया है।
प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की बिक्री में अनुमानित 20-40% की वृद्धि हुई है। गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह के प्रोडक्ट की ऑनलाइन सर्चिंग में आयुर्वेदिक घरेलू उपचार, गिलोय और विटामिन सी का वर्चस्व छह गुना बढ़ गया है।
स्पेंसर रिटेल और नेचस बास्केट के मुख्य कार्यकारी देवेंद्र चावला ने कहा, “स्वास्थ्य में सुधार के लिए इंस्टाग्राम, टिकटॉक और वॉट्सऐप पर जागरूकता बढ़ रही है। हेल्थ सप्लिमेंट, च्यवनप्राश यहां तक कि ब्रांडेड स्वास्थ्य नमक सहित कैटेगरी में फूड खपत बढ़कर दोहर अंक तक पहुंच गई है। आने वाले हफ्तों में स्वास्थ्य भोजन और प्रतिरक्षा-निर्माण सेगमेंट के प्रोडक्ट के ज्यादा लॉन्च की उम्मीद कर सकते हैं।” फूड उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले उत्पादों की अभूतपूर्व मांग है।