प्रयागराज। शहर के धूमनगंज कोतवाली अंतर्गत सबसे पॉश इलाके प्रीतम नगर मोहल्ले में गुरुवार को एक कारोबारी परिवार के चार लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। मारे गए लोगों में पति-पत्नी और बेटी-बहू शामिल हैं। लॉकडाउन के बीच इस सामूहिक हत्याकांड से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। बवाल की आशंका से पुलिस ने फॉरेंसिक व डाग स्क्वायड टीम बुलाकर फौरी तौर पर जांच पड़ताल कराई। अब पुलिस यह टोह लेने में जुटी है कि हत्या की वजह क्या है और हत्यारे कौन हैं?
धूमनगंज कोतवाली अंतर्गत प्रीतम नगर मोहल्ले में तुलसीदास केशरवानी (65) मूलतः कौशाम्बी जनपद के मंझनपुर के रहने वाले थे। वो अपनी पत्नी किरण (60), पुत्री निहारिका उर्फ गुड़िया (28), बेटे आशीष (32) व बहू प्रियंका (25) के साथ रहते थे। तुलसीदास केशरवानी की घर पर ही गुडिया इलेक्ट्रिकल्स के नाम से इलेक्ट्रॉनिक सामानों की बड़ी दुकान है। जिसमें पिता-पुत्र दोनों बैठते हैं।
बेटे आशीष केशरवानी के मुताबिक वह सुबह काम के सिलसिले में बाहर गए थे। दुकान बंद थी। दोपहर में करीब तीन बजे वह वापस लौटे तो बगल का दरवाजा खुला हुआ था। अंदर जाकर देखा तो एक कमरे में माता-पिता और दूसरे कमरे में पत्नी और अपने कमरे में बहन की खून से सने शव पड़े थे। तुलसीदास, किरण देवी, निहारिका और प्रियंका का बड़ी बेरहमी से गला रेता गया था। यह देख उसकी चीख निकल गई। उन्होंने ही पुलिस को सूचना दी। सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। आनन-फानन में सभी शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया।