नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने गुरुवार (25 जून) को आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन की कुछ संस्थाओं ने 300 हजार अमरीकी डॉलर मुहैया कराए हैं। उन्होंने कहा कि चीन और कांग्रेस के बीच गुपचुप रिश्ता भी है। नड्डा ने मध्यप्रदेश की वचुर्अल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन सोनिया गांधी हैं और कई कांग्रेस नेता इससे जुड़े हुए हैं। इस फाउंडेशन को लगभग एक दशक पहले पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीन ने इतनी मोटी रकम क्यों दी गई। उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि फाउंडेशन को इतना पैसा किस उद्देश्य से दिया गया।
नड्डा ने कहा कि ये लोग चीन से पैसा लेते हैं और उससे जो स्टडी कराई जाती हैं, वो देशहित में नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी तरह गलवान घाटी में हुई घटना पर भी कांग्रेस ने राजनीति की। ये वही कांग्रेस है, जिसने 2017 के अगस्त माह में जब चीन और भारत आमने सामने थे, तब राहुल गांधी चीन के राजदूत के साथ गुपचुप मुलाकात कर रहे थे और अब ये लोग चीन के मामले में सवाल उठा रहे हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को आरोप लगाया कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने 2005-06 में तीन लाख डॉलर (करीब 2 करोड़ 26 लाख रुपए) का डोनेशन दिया था। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि यह रुपए किन शर्तों पर लिए गए और इन रुपयों का क्या किया गया?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया। कांग्रेस बताए कि राजीव गांधी फाउंडेशन को यह रुपए चीन के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) यानी कि बिना रोक-टोक के आयात-निर्यात को प्रमोट करने के लिए मिले। मालूम हो कि डोनेशन देने की जब शुरूआत हुई थी, तब राजीव गांधी फाउंडेशन ने कई सारे स्टडीज का हवाला देते हुए बताया था कि भारत और चीन के बीच एफटीए बेहद जरूरी है।