नई दिल्ली। देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज बेहद सस्ती और गुणवत्तायुक्त पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) बनाने जा रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पीपीई किट चीन से आयातित किट से करीब तीन गुना सस्ती होगी। कंपनी के अनुसार कंपनी के सिल्वासा प्लांट में रोजाना 1 लाख पीपीई किट बनाई जा रही हैं। वर्तमान समय में चीन से आयात की जा रही पीपीई किट की कीमत 2000 रुपए है। वहीं रिलायंस की इकाई आलोक इंडस्ट्रीज यही पीपीई किट मात्र 650 रुपए में उपलब्ध कराएगी। बता दें कि पीपीई किट कोरोना के खिलाफ फ्रंट लाइन पर काम रहे डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस और सफाई कर्मचारिओं को संक्रमण से बचाती है।
रोजाना एक लाख से अधिक पीपीई किट बनाने के लिए रिलायंस ने अपने विभिन्न उत्पादन सेंटर्स को इस काम में लगाया है। जामनगर में स्थित देश की सबसे बड़ी रिफाइनरी ने ऐसे पेट्रोकैमिकल्स का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर दिया, जिससे पीपीई का कपड़ा बनता है। इसी कपड़े का इस्तेमाल कर आलोक इंडस्ट्रीज में पीपीई बनाए जा रहे हैं। आलोक इंडस्ट्रीज को हाल ही में रिलायंस ने अधिग्रहित किया था। आलोक इंडस्ट्रीज की सारी सुविधाएं पीपीई किट बनाने में लगा दी गई हैं। आज 10 हजार से अधिक लोग आलोक इंड्स्ट्रीज में पीपीई बनाने के काम में जुटे हैं।
कोरोना टेस्टिंग के लिए विकसित की स्वदेशी तकनीक
कंपनी ने बताया कि पीपीई ही नहीं ‘कोरोना टेस्टिंग किट’ के क्षेत्र में भी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्वदेशी तकनीक विकसित कर ली है। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) के साथ मिलकर रिलायंस ने पूरी तरह स्वदेशी आरटी-एलएएमपी आधारित कोविड-19 टेस्ट किट बनाई है। यह टेस्टिंग किट चीनी किट से कई गुना सस्ती है। 45 से 60 मिनट के भीतर टेस्टिंग के सटीक नतीजे मिल जाते हैं।