घाटमपुर के सजेती कांड में पुलिस ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दीं। पीड़िता के मां-बाप से ही पूछताछ कर डाली। मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि पुलिस ने उनकी बेटी के चरित्र पर सवाल उठाए, जलील किया। इससे पीड़िता के पिता शर्मसार हो गए। वह क्षुब्ध होकर सीएचसी से बाहर निकले और कुछ ही देर बाद ट्रक से कुचलकर उनकी मौत हो गई। इस मामले में चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।
घाटमपुर चौकी इंचार्ज अब्दुल कलाम, सजेती हलका इंचार्ज एसआई राम शिरोमणि और सिपाही आदेश कुमार को निलंबित किया गया। कन्नौज में तैनात आरोपी दरोगा देवेंद्र यादव को भी निलंबित किया गया है। मृतक के चचेरे भाई का कहना है कि पुलिस पीड़िता व उसके मां-बाप को देर रात सीएचसी लाई थी तब वे भी साथ थे।
रात में भी साथ ही सीएचसी में रुके। थानेदार और दो महिला पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि इन सभी ने रात में काफी देर तक पीड़ित परिजनों से पूछताछ की। उनसे इस तरह के सवाल पूछे जिससे वो आहत हुए। उनसे पूछा कि बेटी किन-किन लड़कों से बात करती थी, उसके साथ कितनी बार रेप हुआ, आदि। इससे पीड़िता के पिता शर्मशार हो गए थे।
अब तक दो आरोपी गिरफ्तार
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने आरोपी गोलू यादव व मुख्य आरोपी दरोगा पुत्र दीपू यादव को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य अभी भी फरार है।
ट्रक जब्त, चालक हिरासत में
एसपी ग्रामीण ने बताया कि हादसा करने वाला ट्रक पुलिस के कब्जे में है। ट्रक चालक हिरासत में है, उससे पूछताछ की जा रही है। ट्रक प्रयागराज का है। उसमें तार लदा हुआ है। ट्रक मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस आरोपियों व ट्रक मालिक और चालक के बीच का कनेक्शन खोज रही है।