लखनऊ। तालकटोरा थाना क्षेत्र के राजाजीपुरम में सड़क किनारे सो किशोरी, उसकी बुआ व फूफा को सोमवार भोर तेज रफ्तार बेकाबू कार ने कुचल दिया। हादसे में किशोरी की मौत हो गई और उसकी बुआ व फूफा घायल हो गए। चालक कार समेत भाग गया। परिवारीजनों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई के बजाय उन्हें थाने में बंद कर पीटा और किशोरी का शव परिवारीजनों की मर्जी के बगैर आगरा एक्सप्रेस वे के पास अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। सोमवार शाम परिवारीजनों, रिश्तेदारों व आसपास के तमाम लोगों ने राजाजीपुरम के पाल तिराहे पर प्रदर्शन किया। इसके बाद शव परिवार को सौंप दिया गया।
उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र के हैदराबाद निवासी रामचंद्र राजाजीपुरम में गाजी हैदर कैनाल के किनारे झुग्गी झोपड़ी में परिवार के साथ रहकर मजदूरी करता है। रविवार रात रामचंद्र का परिवार सड़क किनारे सो रहा था। सोमवार भोर करीब पांच बजे पाल तिराहा की ओर से आई तेज रफ्तार सफेद कार ने उसकी बेटी रीमा (12), बहन कमला और उसके पति नीरज को कुचल दिया। इससे रीमा की मौके पर ही मौत हो गई। कमला व नीरज गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने कार चालक को पकड़ने के लिए पीछा किया मगर वह तेज रफ्तार से एमआईएस की ओर भाग गया। सूचना पर पहुंची तालकटोरा पुलिस ने कमला व नीरज को अस्पताल भेजा।
रीमा के पिता रामचंद्र, बाबा रामपाल और चाचा संतोष का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई के बजाय उन्हें थाने में बंद कर पीटा और रीमा का शव परिवारीजनों की मर्जी के बगैर आगरा एक्सप्रेस वे के पास अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया। सोमवार शाम रीमा के परिवारीजनों, रिश्तेदारों व आसपास के तमाम लोगों ने राजाजीपुरम के पाल तिराहे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी शव वापस मंगवाने, पीड़ित परिवार को मुआवजे के साथ ही कार चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। तालकटोरा इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज ने परिवारीजनों को समझाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद शव परिवारीजनों को सौंप दिया गया और वे अंतिम संस्कार के लिए अपने गांव चले गए।
तालकटोरा इंस्पेक्टर अशोक कुमार सरोज ने बताया कि पता चला है कि परिवार को कुचलने वाली कार का नंबर 1618 है। घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। ताकि कार का पूरा नंबर पता कर चालक को गिरफ्तार किया जा सके। इंस्पेक्टर ने बताया कि परिवारीजनों को बस से शव समेत उन्नाव भेज दिया गया है। वहीं, रिश्तेदारों ने बताया कि रीमा के परिवार में पिता रामचंद्र, मां माधुरी और भाई करन व अर्जुन हैं। रीमा की मौत से सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।