नई दिल्ली। चंद्र गहण भारत में भी जारी है। सदी का सबसे लंबा ग्रहण करीब 6 घंटे 2 मिनट तक रहेगा। दोपहर 12:48 से ये ग्रहण शुरू हुआ है। शाम 4:17 पर यह समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण की मुख्य अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी।
यह साल 2021 के आखिरी चंद्र ग्रहण है। ये चंद्र ग्रहण अपने साथ एक बेहद खास संयोग लाया है। आज के आंशिक चंद्र ग्रहण को 1,000 सालों में लगने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण माना जा रहा है। हालांकि, ये आंशिक चंद्र ग्रहण है, जिसकी वजह से सूतक मान्य नहीं होगा और ये भारत के बहुत कम हिस्सों में ही दिखाई देगा।
यह ग्रहण 80 सालों बाद सबसे लंबा चंद्र ग्रहण बताया जा रहा है। 15वीं सदी के बाद सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है। इतना लंबा चंद्र ग्रहण होने के पीछे खगोलविदों का मानना है कि धरती से चंद्रमा की दूरी ज्यादा होने के कारण चंद्र ग्रहण की अवधि ज्यादा रहेगी। आंशिक चंद्र ग्रहण हिंदू कैलेडंर की तिथि के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के शुक्ल पक्ष में शुरू हुआ ये ग्रहण 4 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में मणिपुर के इंफाल और आसपास के क्षेत्रों में कुछ समय के लिए दिखेगा। इसके साथ ही असम, अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्रों में भी ग्रहण नजर आएगा।
आंशिक चंद्र ग्रहण भारत समेत अमेरिका, आस्ट्रेलिया और यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों से भी दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण अधिकांश रूप से यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया, उत्तर/पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर समेत विश्व के अनेक हिस्सों में देखने को मिलेगा। बता दें कि आंशिक चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, लेकिन इस दौरान तीनों खगोलीय पिंड अंतरिक्ष में एक सीधी रेखा नहीं बनाते हैं।
आज का चंद्र ग्रहण आंशिक है लेकिन इसका 97 फीसदी से भी ज्यादा हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा. करीब एक घंटे में चंद्र ग्रहण अपने चरम पर होगा। इसके बाद धीरे-धीरे चंद्रमा पृथ्वी की छाया से बाहर निकलने लगेगा। यानी ग्रहण समाप्ति को ओर बढ़ने लगेगा।