लखनऊ। समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य डॉ. राजपाल कश्यप भी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इनको बीते माह ही समाजवादी पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है।
डॉ.राजपाल कश्यप ने सोशल मीडिया पर अपने संक्रमित होने की जानकारी दी। समाजवादी पार्टी के नेता बड़ी संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में हैं। बीते सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा एमएलसी एसआरएस यादव ने संजय गांधी पीजीआइ में दम तोड़ दिया था। पार्टी के विधानमंडल दल के नेता राम गोविंद चौधरी के साथ ही छह-सात विधायकों का संजय गांधी पीजीआइ में इलाज चल रहा है जबकि पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव सहित कई विधायक व विधान परिषद सदस्य भी स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
यूपी में कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार सितंबर में और तेज हुई है। 11 दिन में ही 68 हजार से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। बीते दिनों से लगातार सात हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी ऐसे जिले हैं जहां लगातार अधिक संख्या में रोगी मिल रहे हैं।
पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण लगातार बढऩे की वजह से स्वास्थ्य विभाग की जांच व इलाज की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। हालत यह है कि सैंपल देने के बाद मरीज तीन-चार दिनों तक रिपोर्ट के लिए परेशान हो रहे हैं और उन्हेंं कंट्रोल रूम से भी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। पॉजिटिव मरीजों के होम आइसोलेशन में कई दिन रहने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उनसे संपर्क कर रही है। ज्यादातर मरीजों को सरकारी अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे हैं।
डॉ. राजपाल कश्यप को समाजवादी पार्टी ने 24 अगस्त को समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की स्वीकृति से प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने लोटन राम निषाद को हटाकर एमएलसी डॉ. राजपाल कश्यप को समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। समाजवादी पार्टी ने भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताने वाले लोटन राम को समाजवादी पार्टी पिछड़ा वर्ग पद से हटाकर डॉ. राजपाल कश्यप को बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी।