नई दिल्ली। कई जगहों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे चला गया। इसका जनजीवन पर व्यापक असर दिखा। लोगों ने देर से बिस्तर छोड़ी। सड़कों, बाजारों व अन्य सार्वजनिक जगहों पर अलाव जलते दिखे। दफ्तरों में लोग विलंब से पहुंचे। पार्क सूने दिखे और स्कूल-कालेजों में उपस्थिति बेहद कम रही।
दिल्ली में पारा 1.7 डिग्री जा पहुंचा, कोहरे के कारण रेल और हवाई यातायात प्रभावित
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। लोकल बसों में यात्री कम दिखे। ठंड से कांपते हुए पहुंचे लोगों को बंद मेट्रो में थोड़ी राहत मिली। कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से सड़कों पर वाहन रेंगते रहे। ट्रेनें घंटों विलंब से चल रही हैं और हवाई यातायात प्रभावित हुआ है।
मैदानी राज्यों में जनजीवन प्रभावित, हिसार में पारा शून्य से भी नीचे चला गया
मैदानी राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, झारखंड व राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में मौसम के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। हिसार में छह वर्ष में दूसरी बार न्यूनतम तापमान शून्य से भी नीचे चला गया। राजस्थान के पांच शहरों फतेहपुर, माउंट आबू, जोबनेर, सीकर और चुरू में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे आ गया। फतेहपुर में माइनस चार डिग्री दर्ज किया गया। माउंट आबू में बर्फ की परत जमी हुई है। ओडिशा और छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में ठंड की स्थिति बनी रही।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हाड़ कंपाने वाली ठंड ने बेहाल कर रखा है। श्रीनगर में तापमान के जमाव बिंदु से नीचे बने रहने के चलते डल झील समेत अधिकांश जलस्त्रोत जम गए हैं। हिमाचल प्रदेश में छह स्थानों केलंग, कल्पा, मनाली, कुफरी, सुंदरनगर व सोलन में तापमान जमाव बिंदु से नीचे है। लाहुल स्पीति में स्पीति नदी और किन्नौर में सतलुज नदी में पानी कुछ स्थानों पर जम गया है। कुफरी, मनाली, सोलन, भुंतर, सुंदरनगर समेत कई जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। उत्तराखंड के छह शहरों में पारा दो डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है।
सब्जी और चने की फसलों को नुकसान
पाला पड़ने से सब्जी और चने की फसलों को नुकसान पहुंचा है। टमाटर और मटर की फसल को नुकसान पहुंचा है।
यह है पूर्वानुमान- रेड अलर्ट जारी, दिल्ली में 1-2 जनवरी को बारिश के साथ ओले पड़ने की संभावना
मौसम विभाग ने दिल्ली में रविवार के लिए भी रेड अलर्ट यानी सीवियर कोल्ड डे जारी किया है। न्यूनतम तापमान 2 डिग्री के आसपास रह सकता है। सुबह घना कोहरा होगा और दिन में भी जबरदस्त शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी। सोमवार शाम हिमालयी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ के दस्तक देने का असर दिल्ली में मंगलवार शाम को दिखाई देगा और हल्की बारिश हो सकती है। 1 और 2 जनवरी को झमाझम बारिश के साथ ही ओले पड़ने की भी संभावना है। इसके बाद तापमान में बढ़ोतरी होगी।
यह है ठंड बढ़ने की वजह
प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव बताते हैं कि ठंड कम या अधिक रहने के पीछे पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता बड़ी वजह है। इस बार हिमालय क्षेत्र में जो भी पश्चिमी विक्षोभ बन रहे हैं, सभी मजबूत रहे हैं। जनवरी माह में भी इस बार अच्छी खासी ठंड पड़ने की संभावना दिखाई दे रही है। हालांकि कुछ लोग इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़ रहे हैं। उनका तर्क है कि ग्लोबल वार्मिग के कारण बादलों की वजह से सूर्य की किरणें धरती तक ठीक से पहुंच नहीं पा रही हैं, जिससे ठंडक कम हो।
दिल्ली में टूट सकता है 118 साल का रिकॉर्ड
राजधानी में 118 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। मौसम विभाग के अनुसार 1919, 1929, 1961 और 1997 में ही दिसंबर माह का औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम रहा है। इस साल 28 दिसंबर तक दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 19.18 डिग्री सेल्सियस है। दिसंबर 1901 में यह 17.3 डिग्री सेल्सियस रहा था। शनिवार को अधिकतम तापमान 13.3 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा। 11 दिसंबर 1996 को यह 2.3 डिग्री सेल्सियस रहा था, जबकि 29 दिसंबर 1930 को 0 डिग्री सेल्सियस पहुंचने का ऑल टाइम रिकॉर्ड है।
कोहरे ने रोका यातायात
कोहरे के चलते दृश्यता बहुत कम होने से रेल और सड़क यातायात प्रभावित हैं। हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस सहित 24 ट्रेनें खराब दृश्यता के कारण 2-5 घंटे की देरी से चल रही हैं। दिल्ली के आइजीआइ एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन में दिक्कत आई। दो उड़ानें रद कर दी गईं, जबकि छह को डायवर्ट कर अन्य एयरपोर्ट पर उतारा गया। 200 से ज्यादा उड़ानों का संचालन देरी से हुआ। इसके कारण हवाई यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उप्र में 59 की मौत, बिहार में छह की गई जान
ठंड से मैदानी इलाके बुरी तरह कांप रहे हैं। उत्तर प्रदेश में शनिवार को 59 लोगों की मौत हो गई। अकेले कानपुर व उसके आसपास में करीब 33 लोगों की जिंदगी ठंड से हार गई। बिहार में छह लोगों की मौत हो गई। हरियाणा के गुरुग्राम में एक युवक की मौत हो गई। कोहरे के कारण हुए हादसों में उप्र में चार, राजस्थान और हरियाणा में दो-दो लोगों की मौत हो गई।