कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ पांच से 15 नवंबर के बीच घोषित अभियान को धार के देने के लिए दो नवंबर को बैठक बुलाई है। बैठक में पूरे देश में किस तरह धरना-प्रदर्शन कर जन आंदोलन खड़ा किया जाए, इसकी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में सभी महासचिवों के अलावा राज्यों के प्रभारी और महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई समेत सभी फ्रंटल आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष भी शामिल होंगे। कांग्रेस मोदी सरकार की आर्थिक नीति और फैसलों के खिलाफ जनता के बीच जाना चाहती है।
कांग्रेस का फोकस शहरी आबादी से कहीं अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में है जहां आर्थिक मंदी और अर्थव्यवस्था से जुड़े नोटबंदी और जीएसटी के फैसलों के चलते किसानों, ग्रामीणों, छोटे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। कांग्रेस औद्योगिक इलाकों में भी जनसंपर्क अभियान तेज करना चाहती है ताकि मंदी के चलते उद्योगों की बंदी पर सरकार को घेरा जा सके।