नई दिल्ली कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 10 दिवसीय राष्ट्रव्यापी आंदोलन (10 day nationwide agitation) करने का फैसला किया है। कांग्रेस ने इसके लिए विपक्षी गोलबंदी भी करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने इस आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के मकसद से 04 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, कांग्रेस देश में आर्थिक सुस्ती (economic slowdown), किसानों की समस्या और बेरोजगारी के मसले पर यह आंदोलन करेगी।
कांग्रेस का यह कदम ऐसे वक्त में सामने आया है जब सरकार आर्थिक मोर्चे पर जारी सुस्ती को लेकर तमाम उपायों को आजमा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, अक्टूबर में भी देश की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां कमजोर रही हैं। फैक्ट्री ऑर्डर्स और प्रोडक्शन में दो साल में सबसे सुस्त गति से बढ़ोतरी देखी जा रही है। IHS Markit India Manufacturing Purchasing Managers’ Index (PMI) अक्टूबर में घटकर 2 साल के न्यूनतम स्तर 50.6 पर आ गया है। यह सितंबर में 51.4 के स्तर पर था। सितंबर 2019 में कोर इन्फ्रास्ट्रक्चर उद्योगों का उत्पादन 5.2 फीसद कम हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आठ में से सात क्षेत्रों में सितंबर के दौरान नकारात्मक बृद्धि दर्ज की गई है। सितंबर 2018 में 8 कोर सेक्टर्स में 4.3 फीसद की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी। यही नहीं सितंबर में ही कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, सीमेंट, स्टील और इलेक्ट्रिसिटी जैसे सात सेक्टर्स में संकुचन दर्ज किया गया।