मुंबई। पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड द्वारा बंद की गई 6 डेट स्कीम्स के सौदों की जांच के लिए एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और फोरेंसिक ऑडिट फर्म की सेवाओं की नियुक्ति की है। सेबी के इस फैसले से फ्रैंकलिन की मुसीबत और बढ़ गई है।
सूत्रों ने बताया कि टैक्स, एकाउंटिंग, जोखिम और ड्यू डिलिजेंस पर सलाह देने वाली मुंबई की चौकसी एंड चौकसी एलएलपी फर्म को असाइनमेंट किया गया है। फर्म की जांच इसके इर्द-गिर्द होगी कि क्या फंड हाउस और बांड जारी करने वाले कॉर्पोरेट्स के बीच मिलीभगत थी? या डायरेक्टर्स और वरिष्ठ अधिकारियों के हितों के टकराव की घटनाएं और क्या ऐसे लेन-देन किये गए जो योजनाओं में निवेशकों के हितों के विपरीत थे।
सेबी ने चौकसी एंड चौकसी को 30 कार्य दिवसों में अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि उन्हें सभी पहलुओं को देखना होगा और यह जांचना होगा कि क्या नियमों का उल्लंघन हुआ है। क्या फंड हाउस ने नियमों का ठीक से पालन किया और क्या फंड मैनेजमेंट की तरफ से नियमों को दरकिनार किया गया। बंद की जा चुकी यह स्कीम 23 अप्रैल, 2020 के बाद रिडेम्पशन के लिए उपलब्ध नहीं है।