कोलंबो। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट से एस्ट्राजेनेका टीका मिलने में हो रही देरी के चलते श्रीलंका ने कोरोना टीकाकरण अभियान को रोक दिया है। भारत द्वारा पांच लाख एस्ट्राजेनेका वैक्सीन उपहार स्वरूप देने के बाद श्रीलंका में जनवरी के अंत में टीकाकरण शुरू हुआ था। गुरुवार तक 9,13,219 लोगों को टीका लगाया जा चुका था।
अखबार ने स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से बताया कि जिन लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है, उन्हें दूसरी खुराक देने के लिए पर्याप्त वैक्सीन नहीं है। इसी के चलते कोरोना टीकाकरण अभियान को बुधवार रात से अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है।
श्रीलंका में 19 अप्रैल से लगाई जानी है मरीजों को दूसरी डोज
बता दें कि हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीरम) ने ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के निर्यात को रोक दिया है। डब्ल्यूएचओ ने सिफारिश की है कि दूसरी खुराक पहली खुराक के 12 सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जानी चाहिए। श्रीलंका में मरीजों को दूसरी डोज 19 अप्रैल से लगाई जानी है। श्रीलंका में काम कर रहे चीनी कामगारों को चीनी टीका लगाया जाएगा। श्रीलंका ने रूसी टीके स्पूतनिक-वी की सात खुराक का भी आर्डर किया है।
श्रीलंका में 19 अप्रैल से लगाई जानी है मरीजों को दूसरी डोज
बता दें कि हाल ही में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीरम) ने ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के निर्यात को रोक दिया है। डब्ल्यूएचओ ने सिफारिश की है कि दूसरी खुराक पहली खुराक के 12 सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जानी चाहिए। श्रीलंका में मरीजों को दूसरी डोज 19 अप्रैल से लगाई जानी है। श्रीलंका में काम कर रहे चीनी कामगारों को चीनी टीका लगाया जाएगा। श्रीलंका ने रूसी टीके स्पूतनिक-वी की सात खुराक का भी आर्डर किया है।