जम्मू । चीन के साथ नए सिरे से बढ़े तनाव के बीच थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने लद्दाख दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने सेना की तैयारियों का जायजा लिया। सेना प्रमुख ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात नाजुक है और भारतीय सेना ने चीन की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। क्षेत्र में सेना की उचित तैनाती की गई है व अधिकारी व जवान हर प्रकार के हालात का सामना करने के लिए सक्षम हैं।
दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन लेह में मीडिया से बातचीत में थलसेना प्रमुख ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की हरकतों को देखते हुए सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए गया है। ऐसे में हर हाल में सुरक्षा की स्थिति बरकरार रहेगी। बता दें कि चीन द्वारा पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर यथास्थिति को एकतरफा बदलने की विफल कोशिशों के कारण हालात तनावपूर्ण हैं। चीन की हरकतों को देखते हुए भारत ने इस क्षेत्र में अतिरिक्त बल और हथियारों की तैनाती को बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि इस समय अग्रिम इलाके में सेना के अधिकारियाें व जेसीओ बुलंद हौंसले के साथ चुनौतियों का सामना करने की मुहिम पर हैं। उनसे मिलने के बाद मुझे पूरा यकीन है कि वे हर हाल में देश व सेना का नाम रोशन करेंगे। दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को आर्मी चीफ ने अग्रिम इलाकों का दौरा कर चीन की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए की गई आपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने वास्त्विक नियंत्रण रेखा पर चीन की चुनौतियों का सामना कर रहे जवानों से भी बातचीत की। आर्मी चीफ शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख के फील्ड कमांडरों से सेना की रणनीति पर विचार विमर्श करने के बाद दिल्ली लौट जाएंगे।
फील्ड कमांडरों के साथ बैठक
पैगोंग त्सो झील के करीब चीन सेना की घुसपैठ को नाकाम बनाने से वास्तविक नियंत्रण रेखा के मौजूदा हालात पर सेना प्रमुख ने चौदह कोर के कोर कमांडर व अन्य फील्ड कमांडरों से बैठक भी की थी। आर्मी चीफ के दो दिवसीय दौरे से पूर्वी लद्दाख में सेना व जवानों का हौंसला दुगना हो गया है। इस समय बुलंद हौंसले के साथ चीन के सामने खड़ी भारतीय सेना ने पैगोंग त्सो झील के निकट रणनीतिक रूप से अहम ब्लैक टाप चोटी पर कब्जा किया है। उंचाई वाले इस इलाके में भारतीय सेना की मौजूदगी चीन के घातक है।