लखनऊ। शाहमीना शाह का पांच दिवसीय 559वां सालाना उर्स का आगाज बीते मंगलवार को ईद मिलादुन्नबी और नातिया मुशायरे के साथ हुआ। चौक स्थित शाहमीना की मजार पर मगरिब की नमाज के बाद शाहमीना के वालिदैन के चौक के सोंधी टोला स्थित मजार पर चादर पेश की गयी। इशा की नमाज के बाद ईद मिलादुन्नबी और नातिया मुशायरे का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता मजार के सज्जादा एजाजअली मीनाई व मुतवल्ली राशिद अली मिनाई ने की। मिलादुन्नबी और नातिया मुशायरे का आगाज तिलावते कलामे पाक से कारी बैतुल्लाह व जाकिर अली मीनाई ने किया।
मिलादुन्नबी को खिताब करते हुए मौलाना गुलाम नबी बलयावी ने कहा कि औलिया-ए-कराम के आस्तानों से दिलों को सुकून हासिल मिलता है और दिल की सफाई व तहारत हासिल होती है। उन्होंने कहा कि इंसानियत के लिए बेहतर है कि खानकाहों और औलिया-ए-कराम के आस्तानों से जुड़ कर उनके तरीकों पर अमल करते हुए ज्यादा से ज्यादा इंसानों की खिदमत की जाए। मौलाना ने कहा कि शाहमीना ने दावत और तब्लीग व वाजो-नसीहत से बेशुमार लोगों को राहे हक व सदाकत पर चलने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि उर्स में शामिल होने वाले लोगों की शाहमीना के लिए सच्ची खिराजे अकीदत यह होगी कि हम उनके बताए रास्ते पर चलते हुए जिंदगी गुजारें।