बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में उतरौला तहसील गेट के सामने मृतक अनवर अली के शव को पुलिस की मौजूदगी में नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा कूड़ा गाड़ी में लादकर कोतवाली ले जाने के मामले का उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग एवं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य कुंवर इकबाल हैदर ने डीएम व एसपी को नोटिस जारी कर 15 जून तक जवाब तलब किया है।
दरअसल बुधवार को अनवर अली नाम के शख्स ने उतरौला तहसील के सामने दम तोड़ दिया था। कई घंटों तक जब लाश पड़ी रही तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे दरोगा ने नगरपालिका कर्मचारियों की मदद से शव को कूड़ा गाड़ी में डालकर कोतवाली पहुंचाया था। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद एसपी देवरंजन वर्मा ने दारोगा समेत दो सिपाही व 4 नगर पालिका कर्मचारी सस्पेंड कर दिया था।
पूरे मामले का राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने भी स्वतः संज्ञान लिया है इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। आयोग ने उत्तरप्रदेश के मुख्य सचिव को आदेशित करते हुए सभी जिलों के नगर पालिका कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर शवों के सम्मान व बीमार व्यक्तियों के इलाज के लिए गरिमापूर्ण व्यवहार के साथ सुनिश्चत हो।
मृतक अनवर अली के परिवार में अब उसकी पत्नी अनवर जहां उसकी बेटी जुबैदा तथा एक बेटा साहिबे आलम हैं। अनवर अली परिवार का मुखिया था और उसी की कमाई से परिवार का भरण पोषण होता था। बेटी जुबेदा की शादी भी तय थी जिसके लिए वह पाई पाई जोड़ रहा था। पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से गुहार लगाते हुए आर्थिक मदद किए जाने की मांग की है।