लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने शब-ए-बारात के मौके पर कब्रिस्तान और दरगाह में लोगों के आने पर पाबंदी लगा दी है। अगर पाबंदी का उल्लंघन किया गया तो इसके जिम्मेदार मुतवल्ली होंगे।
आगामी गुरुवार को शब-ए-बारात है। पहले शब-ए-बारात की रात मस्जिदों व घरों में लोग इबादत करते हैं। इसके बाद कब्रिस्तान जाते हैं और अपने परिजनों की कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं और दरगाह में मजार पर चादरपोशी करते हैं।
लेकिन इस बार ऐसा करने पर रोक लगा दी गई है। बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एसएम शोएब ने मुतवल्लियों को भेजे पत्र में कहा कि वे लोगों को अपने घरों में ही इबादत करने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि लॉकडाउन की अवहेलना न हो। फरमान में साफ कहा गया है कि अगर आदेश की अवहेलना होती है तो सारी जिम्मेदारी मुतवल्ली की होगी।
वहीं यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने भी दरगाहों और कब्रिस्तान के ट्रस्टी और प्रबंधन समितियों को निर्देशित किया है कि वे अपने परिसर में लोगों को प्रवेश न दें। बोर्ड ने कहा है कि लोगों को 9 अप्रैल को घरों में ही इबादत करनी चाहिए।