उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अनिवार्य की गई शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) में सम्मिलित होने के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 20 लाख के पार पहुंच गई है। पिछले साल कोविड संक्रमण के कारण परीक्षा न होने से इस बार आवेदकों की संख्या बढ़ी है। इसमें हाई कोर्ट के आदेश पर सम्मिलित किए गए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआइओएस) से डीएलएड करने वाले प्रशिक्षित भी शामिल हैं। अब तक हुए कुल आवेदन में आठ लाख अभ्यर्थी ऐसे हैं, जिन्होंने जूनियर और उच्च प्राथमिक दोनों के लिए आवेदन किया है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा नहीं कराई गई थी। ऐसे में 2021 की शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ी है। इसमें आवेदन करने की अंतिम तारीख पूर्व में 25 अक्टूबर निर्धारित थी। अंतिम तारीख से पहले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन अभ्यर्थियों को भी इस पात्रता परीक्षा में आवेदन करने की अनुमति दे दी, जिन्होंने एनआइओएस से दूरस्थ शिक्षा विधि के माध्यम से डीएलएड किया था। इन प्रशिक्षितों की संख्या करीब डेढ़ लाख है।
एनआइओएस से डीएलएड प्रशिक्षित के आवेदन लेने के लिए कम समय होने के कारण परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने शासन से अनुमति लेकर अंतिम तारीख एक दिन बढ़ाकर 26 अक्टूबर कर दी। आधी रात तक आनलाइन आवेदन लेने का समय होने के कारण संख्या में अभी और बढ़ोतरी होगी।
सचिव संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि अब तक हुए 20 लाख से ज्यादा आवेदनों में करीब चार लाख ऐसे आवेदक हैं, जिन्होंने जूनियर और उच्च में से किसी एक में ही आवेदन किया है। शुल्क जमा करने और प्रिंटआउट लेने के लिए भी एक दिन तारीख बढ़ाने से अब 28 अक्टूबर की रात में अंतिम रूप से अभ्यर्थियों की कुल संख्या स्पष्ट हो सकेगी। इसकी परीक्षा 28 नवंबर को दो पालियों में कराई जाएगी।