लखनऊ। वक्फ बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष शमील शम्सी ने बोर्ड की संपत्तियों में गंभीर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। गुरुवार को राजधानी में एक प्रेस कांफ्रेंस कर शम्सी ने कहा कि सरकार की उदासीनता के चलते शिया वक्फ बोर्ड में बेईमानी की हदें पार की जा रही हैं। बोर्ड में हो घोटालों के पीछे बड़ों- बड़ों का हाथ है। इसीलिए कोई भी इस पर कुछ करने को तैयार नहीं है। शमील शम्सी ने आशंका जताई है कि सबूत मिटाने के लिए शिया वक्फ बोर्ड में आगजनी की सकती है। वक्फ बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष ने कहा, सपा नेता आजम खां से लेकर वसीम रिजवी तक लगातार वक्फ संपत्तियों में भ्रष्टाचार जारी है। यही लोग जांच में रोड़ा भी अटका रहे हैं।
शमील शम्सी ने कहा, बोर्ड में भ्रष्टाचार की शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से की थी। लेकिन कुछ नहीं हुई। भाजपा के सत्ता में आने के बाद कई बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिला। हमने वक्फ संपत्तियों में हुए घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। जिसके बाद करीब 8 महीने पहले सीबीआई जांच का आदेश भी दिया गया था। लेकिन जांच आगे नहीं बढ. सकी। कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलरेंस नीति पर काम कर रही है। लेकिन सरकार के ही कुछ लोग भ्रष्टाचारियों को बचा रहे हैं। आजम खां को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। रामपुर घोटाले को छिपाने के लिए ऑडिट रिपोर्ट ही चोरी कर ली गयी। वसीम रिजवी आरएसएस के संरक्षण में काम कर रहे हैं।
वक्फ बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष शमील शम्सी ने कहा, हम योगी सरकार से मांग करते हैं कि शिया वक्फ बोर्ड में घोटाले का निष्पक्ष तरीके से जांच हो। अगर सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करेगी तो हम सरकार के खिलाफ सड.कों पर उतरेंगे।