सीतापुर । फर्जी बीएड डिग्री से परिषदीय विद्यालयों में नौकरी पाए दस शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। वेतन व अन्य भुगतानों की रिकवरी के लिए एफआईआर के आदेश भी हुए हैं। फर्जीवाड़ा एसआईटी की जांच में पकड़ा गया है।72,825 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थियों ने डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी हथिया ली थी। इसकी भनक शासन को लगी थी। शासन ने एसआईटी जांच बिठा दी थी। एसआईटी ने जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को दे दी है। इस फर्जीवाड़ा में सीतापुर जनपद के दस शिक्षक पकड़े गए हैं। इसमें सत्यवीर सिंह, कविता राज, प्रतिमा सिंह, धर्मेंद्र सिंह, चंद्र प्रताप सिंह, भावना यादव, वीरेंद्र प्रताप मिश्र, महेंद्र प्रताप सिंह, धर्मेंद्र कुमार व शीलेंद्र कुमार शामिल हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय कुमार ने एसआईटी की रिपोर्ट पर फर्जीवाड़े में शामिल शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। बीएसए अजय कुमार ने बताया कि कार्यवाही एसआईटी की रिपोर्ट पर हुई है। आरोपियों ने डॉ. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा की सत्र 2004-05 की फर्जी बीएड डिग्री लगाकर नौकरी प्राप्त की थी। उन्होंने कहा कि आरोपियों से वेतन व अन्य भुगतान की रिकवरी भी की जाएगी। इसके लिए वित्त एवं लेखाधिकारी से आगणन सीट मांग ली गई है। रिकवरी ज्वाइनिंग से बर्खास्तगी तक दिए गए भुगतान की होगी।