उत्तर प्रदेश में बिजली महकमें के स्मार्ट मीटरों ने बुधवार को उपभोक्ताओं को रूला दिया। शाम पांच बजे स्मार्ट मीटर वाले प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं के घरों की बत्ती गुल हो गई। जगह-जगह लोगों ने प्रदर्शन किया। डेढ़ दर्जन से अधिक मंत्रियों के सरकारी आवास, अस्पताल, अपार्टमेंट, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान भी इस समस्या की जद में रहे। सूचना के बाद शक्ति भवन स्थित यूपीपीसीएल मुख्यालय में हड़कंप मच गया। मंत्री श्रीकांत शर्मा व यूपीपीसीएल चेयरमैन अरविंद कुमार इस दिक्कत को दूर कराने में देर शाम तक जुटे हुए थे।
शाम पांच बजे शक्ति भवन स्थित कमांड सेंटर के साफ्टवेयर में आई तकनीकी खराबी के कारण राजधानी लखनऊ के साथ ही आगरा, मथुरा, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, नोएडा आदि शहरों में स्मार्ट मीटर वाले कनेक्शन की बत्ती गुल हुई। मीटरों तक बिजली पहुंच रही थी लेकिन उससे आगे बिजली की सप्लाई नहीं थी।
फॉल्ट के कारणों की जांच कराई जा रही है
सूचना मिलने पर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा खुद इस दिक्कत को दूर कराने में जुट गए थे। पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन व प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार ने कहा कि तकनीकी कारणों से स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं की बिजली कटी थी। रात करीब नौ बजे तक अधिकांश उपभोक्ताओं के घर बिजली सप्लाई ठीक करा दी गई थी। किन कारणों से ऐसा हुआ इसकी जांच की जा रही है। हालांकि महकमे के अधिकारी यही बताते रहे कि स्मार्ट मीटर के सभी उपभोक्ताओं के घर नहीं बल्कि कुछ हजार उपभोक्ताओं को ही दिक्कत का सामना करना पड़ा।
लखनऊ में उपकेंद्र पर ताला जड़ा, फोर्स बुलानी पड़ी
अकेले राजधानी लखनऊ में ही एक लाख से अधिक स्मार्ट मीटर वाले घरों की बिजली गुल हुई। शहर के कई हिस्सों में उपभोक्ताओं ने हंगामा किया। मंत्रियों के आवास सहित कई अस्पताल, अपार्टमेंट तथा आवश्यक सेवाओं से जुड़े भवनों की बिजली देर रात तक गुल रही। बिजली गुल होने से अंधेरे के साथ ही लोगों को पानी का संकट भी झेलना पड़ा। गर्मी व उमस से लोग बेहाल रहे। लखनऊ में आक्रोशित उपभोक्ताओं ने अपट्रॉन और राजाजीपुरम उपकेंद्र पर ताला लगा दिया। हंगामा बढ़ने पर चौक, ठाकुरगंज, सआदतगंज सहित कई उपकेंद्रों पर पुलिस फोर्स लगानी पड़ी। मध्यांचल निगम के प्रबंध निदेशक सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामी के कारण यह दिक्कत आई।
छह माह पूर्व ही आई थी भार जंपिंग की समस्या
प्रदेश में पहले चरण में करीब 40 लाख स्मार्ट मीटर आए हैं। जिनमें से दस लाख से अधिक मीटर राज्य के विभिन्न शहरों में लगा दिए गए हैं। 30 लाख मीटर लगाने शेष हैं। आगे यह स्मार्ट मीटर प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं के घरों पर लगाया जाना है। पिछले डेढ़ साल के अंदर यह सभी मीटर घरों में लगाए गए हैं। गौरतलब है कि करीब छह माह पूर्व स्मार्ट मीटर में भार जंपिंग की शिकायतें आई थीं। जिसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। स्मार्ट मीटर की जांच दिल्ली के लैब से कराई जा रही है, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।