प्रयागराज। देश में बेरोजगारी बढ़ने को लेकर आए दिन होहल्ला मचता है। नेता से लेकर प्रमुख संगठन कहते हैं कि शिक्षित युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। वहीं, दूसरी ओर देश के प्रमुख भर्ती संस्थान कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission- SSC) की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की संख्या लगातार कम हो रही है। समयबद्ध तरीके से परीक्षा कराकर रिजल्ट जारी करने के लिए प्रसिद्ध एसएससी की भर्ती परीक्षाओं को लेकर अभ्यर्थियों में पहले की अपेक्षा अबकी कम उत्साह रहा। ऐसा क्यों हुआ? एसएससी उसकी पड़ताल में जुटा है।
एसएससी ने बीते कुछ महीनों में जूनियर ट्रांसलेटर, सीजीएल, एमटीएस जैसी परीक्षाएं कराई हैं, लेकिन पिछले साल की तुलना में सारी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की संख्या में 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। मध्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले उत्तर प्रदेश व बिहार के अभ्यर्थियों में एसएससी की परीक्षा के प्रति रुझान कम रहा। मध्य क्षेत्र के निदेशक राहुल सचान कहते हैं कि भर्ती परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की संख्या गिरावट आना चिंताजनक है।
परीक्षाओं का तुलनात्मक ब्योरा
- सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) परीक्षा 2017 : इसमें 706407 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। परीक्षा में 426089 शामिल हुए। उपस्थिति 60.32 प्रतिशत रही।
- सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) परीक्षा 2018 : इसमें 616393 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। परीक्षा में 245616 शामिल हुए। उपस्थिति 39.85 प्रतिशत रही।
- जीएचटी (जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर) परीक्षा 2018 : इसमें 14447 आवेदन हुए, जबकि 4814 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इनकी उपस्थिति 33.32 प्रतिशत थी।
- जेएचटी (जूनियर हिंदी ट्रांसलेटर) परीक्षा 2019 : इसमें 23230 आवेदन हुए। इसमें 3227 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। उपस्थिति 13.89 प्रतिशत रही।
- एमटीएस (मल्टी टॉस्किंग स्टाफ) परीक्षा 2016 : इसमें 1996006 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। परीक्षा में 816332 शामिल हुए। उपस्थिति 40.9 प्रतिशत रही।
- एमटीएस (मल्टी टॉस्किंग स्टाफ) परीक्षा 2019 : इसमें 1248183 आवेदन आए। परीक्षा में 372675 अभ्यर्थी शामिल हुए। उपस्थिति 29.86 प्रतिशत थी।