स्वतंत्रता दिवस पर आतंकी संगठनों के खतरे को देखते हुए राजधानी में अभेद सुरक्षा तैनात कर दी गई है। लालकिले के आसपास की पूरी एरिया को पुलिस ने अपनी विशेष सुरक्षा से कवर कर दिया है। इस दौरान केन्द्रीय सुरक्षा बलों के जवान लालकिले की सिक्यूरिटी में तैनात कर दिए गये हैं, जबकि दिल्ली पुलिस तीन स्तरीय विशेष सुरक्षा प्रदान कर रही है। इसके लिए 45 हजार जवानों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। जिन जवानों की स्वतंत्रता दिवस के मुख्य कार्यक्रम में ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें पहले से ही अलग-थलग रखा जा रहा है जिससे वे किसी तरह कोरोना संक्रमण की चपेट में न आ सकें।
आसपास की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात
लालकिला परिसर के आसपास के सभी ऊंचे भवनों पर विशेष स्नाइपर्स की तैनाती कर दी गई है जो दूर से ही किसी खतरे को देखते हुए उसे तुरंत नेस्तनाबूद कर सकेंगे। इसके लिए दरियागंज, जामा मस्जिद, आईटीओ के सभी प्रमुख जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।
शायद न दिखे ये खूबसूरत नजारा
स्वतंत्रता दिवस पर केसरिया, सफेद और हरे रंग के ड्रेस पहने बच्चों को इस संयोजन के साथ बिठाया जाता है कि वे दूर से तिरंगे का आभास देते हैं। इसके लिए हर साल चार हजार से ज्यादा बच्चों को इस आयोजन पर बुलाया भी जाता है, लेकिन इस बार यह संख्या बेहद सीमित रहेगी। हर साल प्रधानमंत्री कार्यक्रम की समाप्ति के बाद बच्चों से मिलते हैं। इसे लेकर बच्चों में खास उत्साह भी रहता है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष यह नजारा भी देखने को नहीं मिल सकता है।
स्वतंत्रता दिवस पर बेहद कम संख्या में मेहमान बुलाए जाएंगे। मुख्य कार्यक्रम में भी कुछ बदलाव रहेगा। हमेशा की तरह प्रधानमंत्री सबसे पहले राजघाट जाएंगे। राष्ट्रपिता को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वे लालकिला पहुंचेंगे और ध्वजारोहण करेंगे। राष्ट्रगान के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखने का सख्ती से पालन किया जाएगा। इस बार कार्यक्रम में बेहद सीमित संख्या में लोग शामिल हो सकेंगे। विपक्ष के भी बेहद सीमित नेता ही इस कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे।
दिल्ली सरकार का कार्यक्रम बेहद सीमित
कोरोना संक्रमण के चलते दिल्ली सरकार का स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम इस वर्ष दिल्ली सचिवालय में आयोजित किया जाएगा। इसके पहले यह छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित किया जाता था। इस बार का कार्यक्रम बेहद छोटा रखा गया है और इसमें केवल सौ प्रमुख लोगों को ही आमंत्रित किया जाएगा। इस वर्ष कोरोना योद्धाओं का सम्मान स्वतंत्रता दिवस का मुख्य आकर्षण होगा। इसमें डॉक्टर, सफाई कर्मी से लेकर प्लाज्मा दान दाता लोग भी शामिल होंगे।
स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम के लिए दिल्ली के सभी 70 विधायकों, सातों लोक सभा सांसदों, तीनों राज्य सभा सांसदों और नगर निगमों के मेयर को बुलाया गया है। इसके आलावा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और शीर्ष अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है।