ताईपेई। चीनी शहर वुहान में फंसे ताइवान के लोगों को लेकर ताइवान (Taiwan)और चीन (China) के बीच नए विवाद का जन्म हो गया है। वुहान ही वह शहर है जहां से कोरोनावायरस का संक्रमण दुनिया के अन्य देशों में फैल गया है।
ताइवान पर अपना दावा करने वालो चीन से केवल एक विमान के जरिए वहां फंसे ताइवान के कुल 500 नागरिकों में से 247 लोगों को निकाला गया। बीजिंग ने अमेरिका से जापान तक के देशों को अपने विमानों को वुहान भेजने की अनुमति दी। इनमें से कुछ विमानों को कई बार यहां आने की अनुमति दी गई ताकि ये अपने नागरिकों को यहां से निकाल सके। लेकिन ताइवान और चीन के बीच ताइवानियों को वहां से निकालने के लिए और विमानों को भेजने पर सहमति नहीं बन सकी।
ताइवान के चीनी पॉलिसी मेकिंग मेनलैंड अफेयर्स काउंसिल ने कहा कि सोमवार को वापस आए विमान में एक नागरिक कोरोनावायरस से संक्रमित एक यात्री था व तीन अन्य बुखार से पीडि़त थे। अभी सभी यात्रियों को ताइवान में अलग रखा गया है। बीमार यात्रियों की मौजूदगी वायरस के संक्रमण को रोकने में बाधक है।
चीन के ताइवान अफेयर्स ने गुरुवार को बताया, ‘ताइवान को अपना पॉलिटिकल गेम बंद कर विमानों की सेवा दोबारा शुरू करनी चाहिए।’
चीन ने बताया कि ताइवान चीन का हिस्सा है और वायरस के बारे में इसे समय के साथ जानकरी मुहैया कराई जा रही है। ताइवान में कोरोनावायरस के 16 मामले सामने आए। ताइवान में जो पहला ऐसा मामला था उस मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
चीन के ताइवान अफेयर्स ने गुरुवार को बताया, ‘ताइवान को अपना पॉलिटिकल गेम बंद कर विमानों की सेवा दोबारा शुरू करनी चाहिए।’ चीन ने बताया कि ताइवान चीन का हिस्सा है और वायरस के बारे में इसे समय के साथ जानकरी मुहैया कराई जा रही है। ताइवान में कोरोनावायरस के 16 मामले सामने आए। ताइवान में जो पहला ऐसा मामला था उस मरीज को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।