नई दिल्ली। लांच होने के तीन हफ्ते के भीतर ही ‘असीम’ ऑनलाइन पोर्टल पर देश में रोजगार देने वाले उद्योगों और रोजगार की तलाश में लगे प्रशिक्षित कामगारों की जरूरत साफ होने लगी है। एक ओर जहां रोजगार तलाशने वालों में कंप्यूटर, टेलरिंग और बिजली में प्रशिक्षित कामगार रोजगार की सबसे ज्यादा तलाश में हैं। वहीं उद्योगों को सबसे अधिक मांग लॉजिस्टिक्स, टूरिज्म एंड हास्पीटेलिटी और टेलीकॉम जैसे सर्विस सेक्टर में प्रशिक्षित युवाओं की तलाश है। ये आंकड़े तब हैं जबकि अभी सर्विस सेक्टर पूरी तरह नहीं खुला है। ऐसे में इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता है कि सर्विस सेक्टर मे ही सबसे ज्यादा कौशल विकास पर ध्यान देना शायद उचित होगा।
असीम(आत्मनिर्भर स्किल्ड एप्लाई एप्लायर मैंपिंग) से जो आंकड़े आ रहे हैं उसके अनुसार ऑनलाइन पोर्टल पर मांग और जरूरत के हिसाब से 48 हजार से अधिक कामगार रोजगार पाने में सफल भी रहे। रोजगार के लिए पंजीकरण करने वालों में सबसे अधिक 3,36,212 कामगार उत्तरप्रदेश हैं। उसके बाद हरियाणा के 1,74,545, तमिलनाडु के 1,62,342, महाराष्ट्र के 1,52,921 और पश्चिम बंगाल के 1,14,895 के कामगार हैं। वहां जिन राज्यों के उद्योगों ने रोजगार का ऑफर किया है, उनमें सबसे ऊपर कर्नाटक है।
कर्नाटक में उद्योगों में कुल 56,952 जॉब उपलब्ध है। वहीं महाराष्ट्र में 27,819, तेलंगाना में 18,675, हरियाणा में 17,799 और तमिलनाडु में 17,072 जॉब उपलब्ध हैं। पोर्टल पर पंजीकरण के आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक कंप्यूटर और इससे संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षित 1,17,503 कामगार रोजगार की तलाश में है। इसके बाद 1,10,715 ऐसे कामगार रोजगार की तलाश कर रहे हैं, जो खुद अपना टेलरिंग का काम कर रहे थे। इसके बाद 78,537 असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन का काम जानने वाले, 66,938 सिलाई मशीन आपरेटर और 58,168 रिटेल सेल्स एक्जक्यूटिव रोजगार की तलाश में है।
यदि स्वरोजगार में लगे टेलर और सिलाई मशीन आपरेटर को मिला लें तो टेलरिंग से संबंधित सबसे अधिक रोजगार तलाशने वाले 1,77,653 कामगार टेलरिंग क्षेत्र से संबंधित हैं। वहीं उद्योगों की जरूरत को देखें तो उन्हें सबसे अधिक 43,897 कूरियर डिलीवरी एक्जक्यूटिव की जरूरत है। इसके बाद 26,970 हाउसकीपिंग अटेंडेंट, 15,540 कस्टमर केयर एक्जक्यूटिव और 12,000 वेयरहाउस एसोसिएट की जरूरत बताई गई है। यदि रोजगार के संबंधित क्षेत्रों के हिसाब से इन आंकड़ों को देंखे तो लॉजिस्टक्स में 83,736, टूरिज्म व हॉस्पीटलिटी में 42,310, टेलीकॉम में 28,088 और हेल्थकेयर में 8,273 कामगारों की मांग है।