तीस हजारी अदालत में वकील और पुलिस के बीच हुई मारपीट और गोलीबारी के बाद वकीलों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। वकीलों ने घटना के कुछ देर बाद ही ऐलान कर दिया कि आगामी चार नवंबर यानी सोमवार तक राजधानी की जिला अदालतों में कामकाज ठप रहेगा। सोमवार के बाद राष्ट्रीय राजधानी के वकीलों का रुख क्या होगा अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है।
अदालतों में कामकाज ठप रखने के निर्णय की घोषणा शनिवार शाम वकीलों के पदाधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में की। उधर सीने में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल वकील विजय वमार् का अस्पताल में इलाज जारी है।
तीस हजारी बार एसोसिएशन के पदाधिकारी जय बिसवाल ने बताया कि एक पुलिस वाहन ने एक वकील के वाहन को टक्कर मार दी, जब वह अदालत में आ रहे थे। जब वकील ने इसपर विरोध किया तो उनका मजाक उड़ाया गया और 6 पुलिस कर्मी उन्हें अंदर ले गए और उनकी पिटाई की। लोगों ने इसे देखा तो पुलिस को बुलाया।
वकीलों ने पुलिस द्वारा उन पर गोलीबारी करने का आरोप लगाया है, लेकिन पुलिस अभी तक आरोप का जवाब नहीं दे पाई है। जबकि शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि पार्किंग विवाद के कारण झड़प हुई, पुलिस की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई। घटनास्थल पर स्थिति तनावपूर्ण है और उपद्रवियों को परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस ने कुछ गेट बंद कर दिए हैं। आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां पहुंची हैं।जबकि गुस्साए वकीलों ने दिल्ली पुलिस नियंत्रण कक्ष की एक जिप्सी और एक जेल वाहन को आग में झोंक दिया।