बिहार। पटना में किसानों के समर्थन में धरना देने को लेकर केस किए जाने पर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को खुली चुनौती दी है।,तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- दम है तो गिरफ़्तार करो, नहीं तो इंतजार के बाद स्वयं गिरफ्तारी दूँगा।
तेजस्वी ने ट्वीट किया कि- डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है। दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूँगा। किसानों के लिए FIR क्या अगर फाँसी भी देना है तो दे दिजिए।
आपको बता दें कि कृषि बिल के विरोध में गांधी मैदान में शनिवार को सभा करने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित 18 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मजिस्ट्रेट श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी राजीव दत्त वर्मा ने गांधी मैदान थाने में एफआईआर कराई है। उन्होंने बताया कि सभा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। कोविड-19 में कहीं भी 100 व्यक्ति से अधिक व्यक्ति इकट्ठा नहीं हो सकते हैं। गांधी मैदान में कोविड के दौरान भीड़ जुटायी गयी। वहीं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने दावा किया कि प्रशासन को शुक्रवार को ही विधिवत रूप से आवेदन देकर गांधी मैदान में गांधीजी की प्रतिमा के सामने धरना देने और संकल्प लेने की अनुमति मांगी गई थी। कार्यकर्ता जब मैदान के अंदर पहुंचे तो उन्हें रोक दिया गया। सभी को मैदान से बाहर कर गेटों पर ताला लगा दिया गया। इसके बाद महागठबंधन के कार्यकर्ता गांधी मैदान के गेट नंबर चार के सामने धरने पर बैठ गए।
इन नेताओं पर हुआ केस दर्ज
नामजद नेताओं में राजद के मृत्युंजय तिवारी, डॉ रामानंद यादव, वृषिण पटेल, आलोक मेहता, श्याम रजक, रमई राम, अनिल कुमार, शक्ति सिंह यादव, अनिल कुमार, मदन शर्मा, बली यादव, सुबोध कुमार यादव, संजय यादव, उर्मिला ठाकुर, अनीता देवी व अनिल शर्मा, केडी यादव, चंदेश्वर सिंह और रामनरेश पांडेय भी शामिल हैं।