खेल डेस्क. भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण का कहना है कि अगर कोई टीम खेल में नंबर एक बनना चाहती है तो उसे खुद को विकेट के अनुसार ढालना पड़ेगा। उन्होंने कहा हम विदेश में भी पिच को देखने की बजाए अपनी गेंदबाजी पर ध्यान लगाते हैं, क्योंकि पिच दोनों ही टीमों के लिए एक जैसी रहती है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापट्टनम टेस्ट के दौरान धीमी पिच पर भी अपने तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन से भी अरुण काफी खुश नजर आए।
अरुण ने कहा, ‘हम उस तरह के विकेट नहीं मांगते जो हमें मिलते हैं। हम इस बात को मानते हैं कि दुनिया की नंबर वन टीम बनने के लिए आपके रास्ते में जो भी परिस्थितियां आती हैं, आपको उसे घरेलू स्थितियों की तरह स्वीकार करना चाहिए।’ ये बातें अरुण ने पुणे में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कही, जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 10 अक्टूबर से खेला जाएगा।
विकेट के अनुसार गेंदबाजी को ढालना होगा
अरुण ने कहा, ‘अगर आप दुनिया की नंबर एक टीम बनना चाहते हैं, तो आपको विकेटों पर ध्यान देना होगा और सफल होने के लिए अपनी गेंदबाजी को तुरंत उसी के अनुसार ढालना होगा।’ आगे उन्होंने कहा, ‘यहां तक कि जब हम विदेश जाते हैं, तो भी मुश्किल से विकेट देखते हैं। हम कहते हैं कि हम इसे घरेलू परिस्थितियों की तरह देखने वाले हैं, क्योंकि पिच दोनों ही टीमों के लिए एक जैसी है। हम विकेट को देखने की बजाय अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देते हैं।’
पिच को लेकर विरोधाभास की आलोचना की
उन्होंने पिच को लेकर विरोधाभासी बातें करने वाले लोगों की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘विदेश में जब हमें उछाल लेती पिचें मिलती हैं, हमें सुनने को मिलता है कि भारतीयों को उछाल लेती पिच पर खेलना सीखना चाहिए। इस तरह के ट्रैक को अच्छा ट्रैक माना जाता है, लेकिन जब कभी कोई पिच स्पिन लेती है तो आप कहते हैं, आप पहले ही दिन बॉल को कैसे घूमा सकते हैं। जब गेंद उछाल लेती है, तो आप स्वीकार करते हैं लेकिन जब बॉल घूमती है आप स्वीकार नहीं कर पाते।’
विराट ने दी गेंदबाजों को आजादी
अरुण ने कप्तान विराट कोहली द्वारा तेज गेंदबाजों को दी गई आजादी को भी भारतीय टीम की सफलता का राज बताया। उन्होंने कहा, ‘अलग-अलग गेंदबाजों से अलग व्यवहार किया जाता है। कोहली ने गेंदबाजों को इस बात की आजादी दे रखी है कि वे अपनी पसंद से शॉर्ट स्पेल या लंबा स्पेल डाल सकते हैं। गेंदबाज इस बात को जानते हैं कि वे किस तरह अधिक प्रभावी हो सकते हैं और वे कप्तान को ये बात बताते हैं।’
शमी की स्पेल की तारीफ की
पहले टेस्ट मैच के आखिरी दिन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने टी-ब्रेक से पहले पांच विकेट झटकते हुए भारत को जीत दर्ज कराई थी। इस बारे में अरुण ने कहा, ‘वो विशुद्ध रूप से शमी का शानदार स्पेल था, जिसने हमें खेल में वापस ला दिया। नहीं तो जो स्थितियां थीं मुझे लगता है कि वो बहुत-बहुत कठिन हो जातीं।