लखनऊ। पुरान लखनऊ के कई थाना क्षेत्रो मे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ो के मिलने के बाद उन्हे हाट स्पाट घोषित कर सील किया जा चुका है अभी तक हाट स्पाटो की श्रेणी से ठाकुरगंज थाना क्षेत्र मुक्त था लेकिन लाक डाउन के आज 39वें दिन ठाकुरगंज थाना के सरफराज़गंज मोहल्ले मे कोरोना वायरस के संक्रमण का एक मामला प्रकाश मे आने के बाद अब इस मोहल्ले पर भी हाट स्पाट घोषित होकर सीलिंग का खतरा मंडराने लगा है। हालाकि जिस मोहल्ले मे आज कोरोना वायरस के मरीज़ मिले की बात कही गई है वो मोहल्ला एरा मेडिकल कालेज से काफी दूर बताया जा हरा है एरा मेडिकल कालेज मे भी करोनो वायरस से संक्रमित मरीज़ो को भर्ती करने के लिए आईसोलेशन वार्डो मे भारी मात्रा मे आईसोलेशन बेडो की व्यवस्था की गई है एरा मेडिकल कालेज मे कोरोना वायरस के मरीज़ो के लिए बनाए गए आईसोलेशन वार्ड बनाए जाने के बाद यहंा आसपास रहने वाले स्थानीय लोगो मे कोरोना के संक्रमण का खतरा बताया था लेकिन स्थानीय लोगो को पूरी तरह से आश्वस्त किया गया था कि इस अस्पताल मे किसी भी मरीज़ के भर्ती होने से क्षेत्र मे किसी को भी संक्रमण का खतरा बिल्कुल नही है। इन्स्पेक्टर ठाकुरगंज प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि सरफराज़ गंज निवासी 27 वर्षीय जिस व्यक्ति मे कोरोना वायरस का मामला सामने आया है उसे अभी फिलहाल अस्पताल नही भेजा गया है। उन्होने कहा कि जिस मरीज़ मे आज कोरोना के संक्रमण का पता चला है वो व्यक्ति पढ़ा लिखा व्यक्ति है इस लिए वो पहले से ही एहतियात बरत रहा था उन्होने कहा कि अब स्वाथ्य विभााग तय करेगा की इस मोहल्ले को कब हाट स्पाट घोषित कर सील किया जाए। ठाकुरगंज को मिला कर आज पूरे लखनऊ से तीन लोगो मे कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है हालाकि रमज़ान होने के बावजूद भी पुराने लखनऊ मे अब लोग पहले से ज़्यादा जागरूक नज़र आ रहे है रमज़ान के मीने मे आम दिनो के मुकाबले बाज़ारों मे भीड़ ज़्यादा बढ़ जाती थी लेकिन इस रमज़ान मे नज़ारा बिल्कुल उलटा हो गया है लोग अपने घरो से बहोत कम ही बाहर निकल रहे है कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए एक मात्र विकल्प सामाजिक दूरी को अब लोगो ने पहले से ज़्यादा बढ़ावा देना शुरू कर दिया है।