प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन तहरीक ए लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के आंदोलन के कारण पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान सूचना मंत्री के सहायक हसन खरवार ने स्वीकार किया है कि 2017 से अब तक TLP के विरोध-प्रदर्शन और आंदोलनों से पाकिस्तान की इकॉनमी को करीब 35 अरब रुपये का नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तानी अखबार की एक रिपोर्ट मुताबिक खरवार ने बताया है कि TLP के ताजा आंदोलन के कारण सड़कों की नाकेबंदी के कारण 400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अखबार के अनुसार 2017 के बाद से TLP के आंदोलन में संपत्तियों से संबंधित नुकसान और व्यावसायिक गतिविधियों के दिक्कतों के कारण पाकिस्तान को 35 अरब रुपये का नुकसान हुआ है।
बता दें कि TLP प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार पुलिसकर्मी मारे गए हैं और करीब 250 घायल हो गए हैं। TLP के बढ़ते विरोध के बीच, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा था कि प्रतिबंधित TLP ने अति कर दी है और अब उस पर कड़ी कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा था कि TLP ने पुलिसकर्मियों की हत्या की है, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट किया है और बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा करना जारी रखा है।
TLP के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन अपनी मांगों पर कायम हैं और बातचीत को तैयार है। उन्होंने कहा है कि पहले दिन से हमारी एकमात्र मांग फ्रांसीहो राजदूत को हटाने की है। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान सरकार और TLP के बीच समझौता हो गया है और समझौते की डिटेल्स जल्द ही साझा की जाएगी।