देश के कई विश्वविद्यालय और फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स बेसब्री से यूजीसी की नई गाइडलाइंस का इंतजार कर रहे हैं। नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि फाइनल ईयर की परीक्षाएं रद्द होंगी या फिर बाद में ली जाएंगी। यह भी साफ होगा कि परीक्षा रद्द होने पर स्टूडेंट्स को किस फॉर्मूले के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे। 2020-2021 के एकेडमिक कैलेंडर के बारे में भी तब ही स्थिति साफ हो पाएगी। लेकिन यूजीसी के दिशा-निर्देश जारी होने से पहले देश के कई विश्वविद्यालय परीक्षाओं को लेकर फैसला ले चुके हैं।
गुरुवार को कलकत्ता यूनिवर्सिटी ने फैसला लिया अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्तर पर स्टूडेंट्स को इंटरनल असेसमेंट और पिछले सेमेस्टरों में प्रदर्शन के आधार पर पास किया जाएगा। इसमें 20 फीसदी मार्क्स इंटरनल असेसमेंट से और 80 फीसदी मार्क्स पिछले बेस्ट सेमेस्टरों से दिए जाएंगे। एकेडमिक ईयर 2019-20 में फाइनल ईयर/सेमेस्टर वर्षों में BA/B.Sc. पार्ट III और B.Com पार्ट III ओल्ड (1+1+1) में पिछले दो सालों के मार्क्स का बेस्ट एग्रीगेट परसेंटेज से 80 फीसदी मार्क्स दिए जाएंगे जबकि इंटरनल असेसमेंट से 20 फीसदी मार्क्स दिए जाएंगे।
पटना वीमेन्स कॉलेज ने सभी स्टूडेंट्स को किया प्रमोट
उधर कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पटना वीमेन्स कॉलेज ने 6 जुलाई से सेमेस्टर 3 और 5 का क्लास शुरू करवाने का फैसला लिया है। इस बाबत कॉलेज ने सभी छात्राओं को अगले सेमेस्टर में प्रमोट कर दिया है। कॉलेज के एग्जामिनेशन सेल और एकेडमिक काउंसिल ने शैक्षणिक गतिविधियों को चालू रखने के लिए उन सभी छात्राओं को प्रमोट कर दिया है जिन्होंने एंड सेम एग्जाम के फॉर्म भरे थे।
हरियाणा, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सभी स्टूडेंट्स की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। स्टूडेंट्स को उनके पहले के पेपरों में प्रदर्शन के आधार पर पास किया जाएगा
उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालय
छात्रों को अगली क्लास में कैसे किया प्रमोट, यूपी सरकार कर रही फॉर्मूले पर मंथन
उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द कर छात्रों को अगली कक्षाओं में भेजने के मामले में गुरुवार को कोई आदेश जारी नहीं हो सका। छात्रों को परीक्षाएं कराए बगैर अगली कक्षाओं और अगले सेमेस्टर में प्रमोट करने के फॉर्मूले पर मंथन जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को उनके सरकारी आवास पर हुई बैठक में ही परीक्षाएं निरस्त करने का फैसला ले लिया गया था। परीक्षाओं के संबंध में गठित चार कुलपतियों की कमेटी ने परीक्षाएं निरस्त कर छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने की सिफारिश की थी। बैठक में यह भी तय किया गया था कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की गाइड लाइन देखने के बाद छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने का फारमूला तय किया जाएगा। कुलपतियों की कमेटी ने वार्षिक व सेमेस्टर प्रणाली के तहत होने वाली परीक्षाओं के संबंध में अपनी स्पष्ट राय दी है।