उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी कि यूपी बोर्ड पहली बार बोर्ड परीक्षाओं के पहले प्री बोर्ड परीक्षाएं कराने जा रहा है। इसके मुताबिक हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को प्री एग्जाम में शामिल होना होगा। इस आधार पर इस सत्र यानी कि 2020-2021 में प्रस्तावित 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 50 लाख स्टूडेंट्स को परीक्षा देनी होगी। इस संबंध में यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बोर्ड से संबद्ध 28,000 से अधिक स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे बोर्ड के शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार फरवरी 2021 के तीसरे या चौथे सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित करें।
यूपी बोर्ड सचिव ने कहा कि ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड के माध्यम से विभिन्न कक्षाओं में शिक्षण कार्य 31 जनवरी, 2021 तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद प्री-बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके पहले यूपी बोर्ड के स्कूलों के लिए अनिवार्य प्री-बोर्ड परीक्षा नहीं थी। कई स्कूल अपने स्तर पर कक्षा 12 और कक्षा 10 के छात्रों की तैयारी का आकलन करने के उद्देश्य से इसका संचालन करते थे। यूपी बोर्ड सचिव ने कहा है कि हालांकि कैलेंडर में शामिल प्री-बोर्ड परीक्षा ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन कोरोना महामारी के मद्देनजर स्थिति पर निर्भर करेगी। इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
गौरतलब है कि सरकार के आदेशों के अनुसार कोरोना काल में चल रही ऑनलाइन पढ़ाई की समीक्षा हर सप्ताह करनी होगी। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला हर हफ्ते ऑनलाइन अध्ययन की प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्हें वर्चुअल स्कूल और ‘ई-ज्ञान गंगा’ का उपयोग करके सभी प्रभागीय संयुक्त निदेशकों (माध्यमिक शिक्षा) से शिक्षा माध्यमों के रूप में छात्रों की साप्ताहिक रिपोर्ट प्राप्त करने और उनकी प्रगति की जिम्मेदारी दी गई है।