लखनऊ। हापुड़ और मेरठ में मंगलवार को कोविड-19 वायरस ने दो और लोगों की जान ले ली। इसके बाद उत्तर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 82 हो गई। वहीं संक्रमितों की संख्या साढ़े तीन हजार के पार चली गई. प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 112 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह राज्य में अब तक संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,664 हो गई है। इनमें से 1,873 रोगी ठीक हो कर घर जा चुके हैं। प्रदेश में इस वक्त कोरोना वायरस से संक्रमित 1,709 मरीजों का इलाज चल रहा है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने लखनऊ में बताया कि जब से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, सोमवार शाम पहली बार ये स्थिति आयी कि ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पाने वालों की संख्या 1,758 थी और संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 1,735 थी. मंगलवार को भी यही स्थिति रही. यह अच्छा लक्षण है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा 24 मौतें आगरा में
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में हापुड़ और मेरठ जिले में कोविड-19 संक्रमित दो और लोगों की मौत हो गई. प्रदेश में सबसे ज्यादा 24 मौतें आगरा में हुई है. उसके बाद मेरठ में 14, मुरादाबाद में 7, कानपुर नगर में 6, फिरोजाबाद और मथुरा में 4-4, अलीगढ़ में 3, गाजियाबाद, झांसी और गौतम बुद्ध नगर में 2-2 तथा हापुड़, ललितपुर, प्रयागराज, एटा, मैनपुरी, बिजनौर, कानपुर देहात, अमरोहा, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, लखनऊ, वाराणसी और श्रावस्ती में 1-1 शख्स की मृत्यु हुई है।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 53,459 पृथक बेड और 1260 बेड वेंटिलेटर की सुविधा के साथ हैं। क्वारंटाइन सेंटरों में इस समय 9,515 लोग हैं प्रसाद ने बताया कि सोमवार को कुल 4,754 नमूनों की जांच की गई. उन्होंने कहा कि, ‘हम आरोग्य सेतु ऐप का लगातार उपयोग कर रहे हैं। देश में बड़ी भारी संख्या में लगातार लोग उसे डाउनलोड कर रहे हैं। उसका लाभ भी देखने को मिल रहा है। उससे जितने अलर्ट मिल रहे हैं, उन्हें जिलों को उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि जिलों में लोगों से संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा सके।
प्रमुख सचिव ने बताया कि इसके अलावा लखनऊ मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से भी लगातार लोगों को फोन किया जा रहा है. अब तक 2,722 लोगों को फोन किया जा चुका है। उनमें से 10 लोग संक्रमित निकले हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि निगरानी टीम हॉटस्पाट एवं गैर हॉटस्पाट क्षेत्रों में लगातार सर्वेक्षण कर लोगों से संपर्क कर रही हैं। अगर किसी में किसी तरह का लक्षण है तो उनके परीक्षण के लिए सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दी जा रही है। जहां आवयश्कता हुई, लोगों को चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है।
प्रसाद ने कहा कि प्रवासी कामगार रोज भिन्न भिन्न राज्यों से लौट रहे हैं। क्वारंटाइन में रखे गए श्रमिकों एवं कामगारों को लेकर कई जिलों से सूचना प्राप्त हो रही है कि उनमें से कुछ संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी है कि 21 दिन घर पर क्वारंटाइन में रहने का कड़ाई से पालन कराया जाए। प्रसाद ने कहा कि वे अगर 21 दिन घर पर रहते हैं और बाहर नहीं निकलते हैं तो किसी तरह का संक्रमण नहीं फैलेगा। जिनको लक्षण नहीं होने के कारण घर में ही क्वारंटाइन में भेजा गया है, उनसे अनुरोध है कि वे घरों में भी बुजुर्ग, पहले से बीमार लोगों और गर्भवती महिला से दूरी बनाकर रखें, क्योंकि उन्हें संक्रमित होने पर ज्यादा कठिनाई का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों को हर हाल में बचाने की जरूरत है।