उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रत्येक रविवार को बाजारों की प्रदेश व्यापी साप्ताहिक बन्दी के स्थान पर अब बाजारों की साप्ताहिक बन्दी पूर्व निर्धारित व्यवस्था के अनुरूप रहेगी। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन को छोड़कर अन्य स्थानों पर सभी होटल व रेस्टोरेंट का संचालन कराया जाए। इस गतिविधि में संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए।
लोकभवन में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में उन्होंने कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ के प्रति लोगों को विशेष रूप से जागरूक करते हुए आर्थिक गतिविधियां संचालित कराई जाएं।
चिकित्साकर्मियों को मेडिकल संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रबन्ध किए जाएं। एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा 1,000 आईसीयू बेड्स तैयार किए जाएं। उन्होंने कंटेनमेंट जोन में सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने तहसील दिवस तथा थाना दिवस कोविड-19 की गाइड लाइन के अनुसार संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी तथा तहसीलदार अपने क्षेत्र की जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित कराएं। तहसील दिवस और थाना दिवस की सफलता के लिए आवश्यक है कि जन समस्याओं का समयबद्ध ढंग से गुणवत्तापरक निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा है कि सभी विभागाध्यक्ष और कार्यालयाध्यक्ष कार्मिकों की उपस्थिति का नियमित निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण करें।
‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ रैंकिंग में उत्तर प्रदेश द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार ‘ईज ऑफ लिविंग’ की दिशा में भी कार्ययोजना बनाकर प्रयास करने की आवश्यकता है। इससे लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आएगा।
मुख्यमंत्री ने जीएसटी संग्रह में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर उसे लागू किया जाए। जीएसटी के तहत अधिक से अधिक व्यापारियों का पंजीकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि निवेशकों और उद्यमियों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए। इनकी समस्याओं का समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाए। उद्यमों की सुगमतापूर्वक स्थापना से प्रदेश लाभान्वित होगा और युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वे उद्योग बन्धु की बैठक कर उद्यमियों से संवाद करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जीरो बजट खेती के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुपोषित बच्चों के परिवार को ‘ मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना’ के अन्तर्गत गौ आश्रय स्थल से गाय उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने दुग्ध समितियों को सुदृढ़ करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे डेयरी सेक्टर का विस्तार होगा।