लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर जो करोड़ों का फर्जीवाड़ा हुआ है। उस मामले पर अब कार्रवाई का सिलसिला जारी है। STF को इस पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। इस सिलसिले में शक्रवार को पशुधन घोटाले मामले में STF ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल पशुपालन विभाग में 292 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में लखनऊ की STF की टीम ने सर्राफा व्यापारी सचिन वर्मा और उसके साथी उसके साथी त्रिपुरेश पांडेय को किया गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों पर आरोप है कि पशुधन विभाग में फ़र्ज़ी टेंडर के जरिये एमपी के कारोबारी से 65 लाख की रकम की ठगी गई थी।
इन्होनें कारोबारी को खूब धमकाया था। उस पर कारोबारी को कार में पीटने का भी आरोप है। बताया गया है कि एमपी के कारोबारी से सचिन फ़र्ज़ी फर्म के जरिए ठगी की थी। दोनों ने एमपी के कारोबारी से 21 दिनों में 65 लाख की रकम वाले फर्म को भरवाया था। जिसके बाद उस रकम का दिए हुए कामों में इस्तेमाल ना करके उसे दंबगाई तरिकों से हड़प लिया। हड़प लिया। अब तक उत्तर प्रदेश के पशुधन विभाग में फ़र्ज़ी टेंडर में कुल 9 लोग गिरफ्तार हो चुके है। पशुधन विभाग में हुए फर्जीवाड़े की FIR हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई गई है।