लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने मुख्तार अंसारी के शूटर अलीशेर उर्फ डॉक्टर और उसके साथी कामरान उर्फ बन्नू को लखनऊ के फैजुल्लागंज में बंधा रोड पर बुधवार रात मुठभेड़ में मार गिराया। अलीशेर ने 22 सितंबर को झारखंड में भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष जीतराम मुंडा की हत्या कर दी थी। उस पर एक लाख रुपये इनाम घोषित हुआ था। वह आजमगढ़ में बसपा नेता कलामुद्दीन की हत्या में भी शामिल था।
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि जीतराम मुंडा की हत्या के बाद से अलीशेर फरार चल रहा था। वह मूल रूप से आजमगढ़ के देवगांव का रहने वाला है जबकि कामरान आजमगढ़ के गंभीरपुर का है। एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि अलीशेर की लोकेशन मड़ियांव थाना क्षेत्र के फैजुल्लागंज के पास मिली थी। इस पर एसटीएफ वहां पहुंची।
एसटीएफ ने उसकी घेराबंदी की तो दोनों बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में अलीशेर व कामरान को गोली लग गई। दोनों को गंभीर हालत में भाऊराव देवरस अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के पास कार्बाइन, दो पिस्टल, तमंचा और भारी मात्रा में कारतूस मिले हैं।
एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि आजमगढ़ में बसपा नेता कलामुद्दीन की हत्या में अलीशेर शामिल था। उस समय वह हत्या कर दुबई भाग गया था। यह हत्या उसने दुबई के एक कारोबारी के कहने पर सुपारी लेकर की थी। इसी तरह झारखंड में भाजपा नेता जीतराम की हत्या भी उसने पांच लाख रुपये सुपारी लेकर की थी।
एसटीएफ ने दावा किया है कि मुख्तार गिरोह का अलीशेर बेहद करीबी हो गया था। वह मुख्तार के शार्प शूटर के तौर पर जाना जाने लगा था। पूर्वांचल में उसने कई वारदातें और वसूली कीं। यह सब उसने मुख्तार की शह पर किया है।