उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में किसानों के संगठन के द्वारा भारत बंद के आह्वान का खास असर नहीं दिखाई पड़ा। मंगलवार की सुबह आम दिनों की तरह शहर के आवागमन और मार्केट का खुलना शुरू हुआ। हालांकि कुछ बड़े दुकानदार या चाय की दुकानों के मालिक ने स्वेच्छा से दुकानें बंद कर रखी है। शहर के हजरतगंज, लालबाग अमीनाबाद कैसर बाग समेत तमाम शहर की मार्केट अपने तय समय खुलने लगी। वहीं सपा के कार्यकर्ताओं ने मल्हौर में ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया हालांकि कमिश्नर ने इससे इंकार करते हुए कहा कि कोई ट्रेन नहीं रोकी गई थी।
वहीं विधानसभा के अंदर समाजवादी पार्टी के पांच एमएलसी मौन धारण करते हुए धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के नेता धरने पर बैठे हैं। एमएलसी सुनील साजन एमएलसी आनंद भदौरिया, आशु मलिक धरने पर बैठे हैं। सपा कार्यकर्ताओं ने मल्हौर स्टेशन पर ट्रेन रोककर अपना विरोध दर्ज कराया। सपा के MLC राजेश यादव उर्फ राजू ने अपने समर्थकों के साथ ट्रेन रोकी ।
दुबग्गा मंडी बंद, नवीन गल्ला मंडी खुली, मिला जुला दिखा असर
दुबग्गा गल्ला मंडी में सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा। भारत बंद के ऐलान के बाद सन्नाटा पसरा हुआ है। दुबग्गा मंडी में रोजाना हजारों लोगों की भीड़ लगती थी। दुबग्गा गल्ला मंडी पूरी तरीके से बंद है। वहीं लखनऊ से सीतापुर रोड स्थित नवीन गल्ला मंडी पूरी तरीके से खुली पाई गई मंगलवार की सुबह गल्ला मंडी के आढ़तियों ने फल बेच रहे हैं।
नवीन गल्ला मंडी के फ्रुट एण्ड वेलजिटेबल वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष रिंकू सोनकर ने कहा की अगर मंडी न खुलती तो यह सामान सारे बर्बाद हो जाते हैं और किसान खुद फल और सब्जियां लेकर आ रहा है आज ही छह गाड़ियां मटर आई जैसे कि रोज आती है।
फिलहाल लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में किसान संगठनों ने अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किया हैं। करीब एक दर्जन से ज्यादा किसान नेताओं को अलग-अलग जगहों पर नजरबंद कर दिया गया है और कुछ को हिरासत में रखा गया हैं। राजधानी लखनऊ में धारा 144 लगा दी गई है। वहीं डीएम लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने बताया लखनऊ ग्रामीण में भी एक से धारा 144 बीती रात से लागू है।
किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष समेत एक दर्जन नेता पुलिस हिरासत में
भारत बन्द को लेकर पुलिस की कार्रवाई शुरू करते हुए किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी को पुलिस ने लखनऊ में उनके कार्यालय से हिरासत में लिया। वही कुछ अन्य राजनीतिक संगठनों के लोगों को भी पुलिस में हिरासत में ले रखा है किसान संगठनों के नेताओं पर लगातार पुलिस की निगाहें बनी हुई है। बीते सोमवार रात को ही किसान संगठनों से जुड़े कुछ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।